गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयूएसटी), हिसार के कुलपति प्रोफेसर नरसी राम बिश्नोई ने आपात स्थिति के दौरान जीवन बचाने में प्राथमिक चिकित्सा ज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया।
वह जिला रेड क्रॉस सोसायटी के सहयोग से जीजेयूएसटी यूथ रेड क्रॉस सोसायटी (वाईआरसी) द्वारा आयोजित एक दिवसीय बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा और आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे।
प्रोफेसर बिश्नोई ने दिल के दौरे के बढ़ते मामलों पर ध्यान दिया और बताया कि सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) का उचित ज्ञान जीवन बचाने में महत्वपूर्ण रूप से सहायक हो सकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में विश्वविद्यालय, जिला और राज्य स्तर पर इसी तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्यशाला के हिस्से के रूप में, कुलपति ने मानव डमी मॉडल का उपयोग करके सीपीआर प्रदर्शन भी किया।
कार्यशाला की अध्यक्षता जीजेयूएसटी के वाईआरसी कार्यक्रम अधिकारी डॉ. महाबीर प्रसाद ने की। जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रशिक्षक डॉ. सुरेन्द्र श्योराण और कुलदीप ने प्राथमिक उपचार की विभिन्न तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। इसमें शॉक, फ्रैक्चर, पट्टी बांधना, रक्तस्राव नियंत्रण, बेहोशी, घाव, जहर, जलन और जलने के लिए प्राथमिक उपचार जैसे विषयों पर चर्चा की गई। डॉ. प्रसाद ने वाईआरसी स्वयंसेवकों की उपलब्धियों की प्रशंसा की।