अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी का मुद्दा दिल्ली में संसद तक पहुंचा है। कांग्रेस सांसदों ने गुरुवार को पंजाब सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाए और केंद्रीय गृह मंत्री से मामले की जांच कराने की मांग की।
कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, “लगातार ईमेल आ रहे हैं। एक व्यक्ति पकड़ा गया, लेकिन गिरफ्तारी के बाद भी ईमेल आते रहे। उन्होंने कहा कि गलत व्यक्ति पकड़ा गया है और धमकी दी कि वे हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) को उड़ा देंगे।”
राजा वड़िंग ने आगे कहा, “हम चाहते हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री इस पर बात रखें और बताएं कि कौन धमकी दे रहा है?”
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, “हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) को कई बार बम से उड़ाने की धमकी मिली है, लेकिन न पंजाब सरकार और न ही केंद्र सरकार कोई कार्रवाई कर रही है।”
उन्होंने कहा, “एक आदमी पकड़ा गया, उसके बाद भी धमकी आई। कहा गया कि गलत आदमी पकड़ा है, जो धमकियां दे रहे हैं, वे अलग लोग हैं। आखिर कौन लोग हैं, जो धमकियां दे रहे हैं? इनकी शिनाख्त होनी चाहिए और उन्हें पकड़कर जेल में भेजना चाहिए।”
चरणजीत सिंह चन्नी ने सवाल उठाया कि सिखों का सबसे पवित्र स्थान अमृतसर में हरमंदिर साहिब है, अगर वह सुरक्षित नहीं है, तो पंजाब में कौन सुरक्षित हो सकता है?
इसी तरह कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने मामले को उठाया। उन्होंने कहा कि हरमंदिर साहिब को लगातार बम से उड़ाने की धमकियां मिली हैं। एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उन्होंने एक और ईमेल भेजकर कहा कि गलत व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इससे पहले, गुरजीत सिंह औजला ने लोकसभा में स्वर्ण मंदिर को धमकी मामले पर स्थगन प्रस्ताव दिया था। उन्होंने स्वर्ण मंदिर को लेकर उभरते खतरों पर तत्काल कार्रवाई और स्पष्टता की मांग की थी।