हिसार, 1 सितंबर एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) और नई पेंशन योजना (एनपीएस) दोनों को खारिज करते हुए, पेंशन बहाली संघर्ष समिति (पीबीएसएस) हरियाणा – जो राज्य के सरकारी कर्मचारियों का एक संगठन है – ने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के कार्यान्वयन की मांग की और विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी।
समिति ने आज हिसार की नई अनाज मंडी में राज्य स्तरीय कर्मचारी बैठक आयोजित की। बाद में उन्होंने अपनी समस्याओं को उजागर करने के लिए शहर में तिरंगा यात्रा भी निकाली। बैठक में राज्य भर से हजारों कर्मचारी शामिल हुए और बाद में मार्च में हिस्सा लिया। उन्होंने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
कर्मचारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे पीबीएसएस के प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल ने बताया कि आज के विरोध प्रदर्शन व तिरंगा यात्रा में हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, जींद, भिवानी व चरखी दादरी जिलों के कर्मचारियों ने भाग लिया।
बैठक में कर्मचारियों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष धारीवाल ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही एनपीएस और यूपीएस दोनों योजनाओं का विरोध और निंदा करते हैं। उन्होंने कहा, “हरियाणा का कोई भी कर्मचारी एनपीएस और यूपीएस से सहमत नहीं है। हम ओपीएस की बहाली की मांग करते हैं। यही सरकार और उसके प्रतिनिधि पहले एनपीएस की सराहना करते रहे हैं। लेकिन अब वे यूपीएस लेकर आए हैं। यह सरकार की ओर से यह स्वीकारोक्ति है कि एनपीएस में कमियां हैं।”
कर्मचारी नेता ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब सरकार को ओपीएस को बहाल करना होगा। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि सरकार यूपीएस और एनपीएस की समीक्षा करेगी क्योंकि इन योजनाओं में भी कई कमियां हैं और ये सरकारी कर्मचारियों के हित में नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि आंदोलन के दबाव के कारण ओपीएस की बहाली के लिए आंदोलन जारी रहेगा।
राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए पीबीएसएस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा के कर्मचारियों ने लोकसभा चुनाव में मौजूदा सरकार को पांच सीटों पर लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भी ओपीएस के लिए वोट देने का अभियान जारी रहेगा। कर्मचारी संगठन के प्रदेश महासचिव ऋषि नैन ने कहा कि हरियाणा के कर्मचारियों ने लोकसभा चुनाव में सरकार को ओपीएस के लिए वोट देने की ताकत दिखा दी है। उन्होंने कहा, “अब हमें उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव के बाद नई सरकार हरियाणा में ओपीएस को फिर से लागू करेगी।” उन्होंने कहा कि हरियाणा के लाखों कर्मचारी अब ओपीएस के मुद्दे पर करो या मरो के मूड में हैं।
पीबीएसएस के हिसार जिला अध्यक्ष दिनेश पाबरा ने बैठक में भाग लेने के लिए राज्य भर से आए सरकारी कर्मचारियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “हमने सरकारी कर्मचारियों की शक्ति और ताकत का प्रदर्शन किया है। यह राज्य विधानसभा चुनावों में भी दिखाई देगा।”