N1Live Haryana हमारे पाठक क्या कहते हैं: बिजली चोरी चिंता का विषय
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हमारे पाठक क्या कहते हैं: बिजली चोरी चिंता का विषय

What our readers say: Electricity theft a concern

बिजली की मांग और खपत में भारी वृद्धि के साथ ही बिजली चोरी के मामले भी बढ़ गए हैं। दक्षिण दिल्ली के सरिता विहार में बिजली कटौती की आदत पड़ गई है, क्योंकि चोरी और लाइन लॉस अक्सर हो जाते हैं, शायद इसकी वजह कई भीड़भाड़ वाली कॉलोनियों और झुग्गी-झोपड़ियों में ‘कुंडी संस्कृति’ है। बिजली चोरी की वजह से खपत के पीक ऑवर्स के दौरान आपूर्ति में उतार-चढ़ाव और कम वोल्टेज की समस्या होती है, लेकिन अधिकारियों ने इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए अभी तक कोई ठोस और दीर्घकालिक योजना नहीं बनाई है। -देविंदर सिंह, नई दिल्ली

गुरुग्राम में बार-बार होने वाला जलभराव हर साल एक ही कहानी बयां करता है, चाहे सत्ता में कोई भी पार्टी क्यों न हो। मानसून का मौसम भारी तबाही लेकर आता है और कई लोगों की जान चली जाती है। राजनेता इसे एक-दूसरे पर दोष मढ़ने के अवसर के रूप में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन कठोर वास्तविकता यह है कि सभी समान रूप से जिम्मेदार हैं। लोग बिना शिकायत के इसे क्यों स्वीकार करते हैं? जब तक वे नहीं जागते और जवाबदेही की मांग नहीं करते, तब तक सरकार इस समस्या को अनिश्चित काल तक जारी रहने देगी। लोगों के लिए विरोध करने का समय आ गया है। -रमेश गुप्ता, गुरुग्राम

कैथल में सड़कों पर आवारा पशुओं का बैठना या खुलेआम घूमना आम बात है। ये वाहन यातायात को बाधित करते हैं और यात्रियों को असुविधा का कारण बनते हैं। वाहन चालकों को आवारा पशुओं से बचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। आवारा पशुओं के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं और पैदल चलने वालों को भी खतरा रहता है। ऐसे पशु शहर में व्याप्त गंदगी को और भी बदतर बना देते हैं। -आशना, कैथल

रोहतक शहर में कई सड़कें रखरखाव के अभाव में खस्ताहाल हैं और हाल ही में हुई बारिश ने हालत और खराब कर दी है। यात्रियों की सुविधा के लिए गड्ढों वाली सड़कों की मरम्मत की जानी चाहिए। संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए। -गीता राम, रोहतक

ड्राइवरों के लिए जागरूकता अभियान जरूरी

करनाल में यातायात नियमों के उल्लंघन में वृद्धि हुई है। लोग राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन नहीं करते हैं। सुरक्षित ड्राइविंग के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

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