नई दिल्ली, 21 सितंबर । सरकार ने गुरुवार को विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में सर्वोच्च मान्यता प्रदान करने के लिए ‘राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार’ नाम से राष्ट्रीय पुरस्कारों का एक नया सेट शुरू किया।
आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार का उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाले नवाचार के विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों के व्यक्तिगत रूप से किए गए उल्लेखनीय और प्रेरक योगदान को मान्यता देना है।
बयान में कहा गया है कि सरकारी, निजी क्षेत्र के संगठनों में काम करने वाले वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकीविद और नवप्रवर्तक या किसी संगठन के बाहर काम करने वाला कोई भी व्यक्ति, जिन्होंने विज्ञान, प्रौद्योगिकी या प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाले नवाचार के किसी भी क्षेत्र में योगदान दिया है, वह पुरस्कार के लिए पात्र होंगे।
विदेश में रहकर भारतीय समुदायों या समाज को लाभ पहुंचाने में असाधारण योगदान देने वाले भारतीय मूल के लोग भी पुरस्कार के पात्र होंगे। रिपोर्ट के अनुसार, पुरस्कार चार श्रेणियों में दिए जाएंगे।
1 :- विज्ञान रत्न (वीआर) पुरस्कार : विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में की गई जीवन भर की उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देगा।
2 :- विज्ञान श्री (वीएस) पुरस्कार : विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट योगदान को मान्यता देगा।
3 :- विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर (वीवाई-एसएसबी) पुरस्कार : 45 वर्ष की आयु तक के युवा वैज्ञानिकों को मान्यता देगा और प्रोत्साहित करेगा, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है।
4 :- विज्ञान टीम (वीटी) पुरस्कार : उस टीम को दिया जाएगा, जिसमें तीन या अधिक वैज्ञानिक/शोधकर्ता/नवप्रवर्तक शामिल होंगे, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में एक टीम में काम करके असाधारण योगदान दिया हो।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 13 क्षेत्रों में दिया जाएगा। जैसे भौतिकी, रसायन विज्ञान, जैविक विज्ञान, गणित और कंप्यूटर विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, चिकित्सा, इंजीनियरिंग विज्ञान, कृषि विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी और दूसरे।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि लैंगिक समानता सहित प्रत्येक डोमेन/क्षेत्र से प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार पुरस्कारों के लिए प्राप्त सभी नामांकन राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार समिति के समक्ष रखे जाएंगे, जिसकी अध्यक्षता भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार करेंगे और विज्ञान विभागों के सचिव, विज्ञान और इंजीनियरिंग अकादमियों के सदस्य और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों के कुछ प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीविद शामिल हैं।
पुरस्कारों के इस सेट के लिए नामांकन हर साल 14 जनवरी को आमंत्रित किए जाएंगे जो हर साल 28 फरवरी (राष्ट्रीय विज्ञान दिवस) तक खुले रहेंगे। इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल 11 मई (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस) को की जाएगी। सभी श्रेणियों के पुरस्कारों के लिए पुरस्कार समारोह 23 अगस्त (राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस) को आयोजित किया जाएगा। सभी पुरस्कारों में एक सनद और एक पदक होगा।