अमरावती, 21 सितंबर । पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की कथित कौशल विकास घोटाले में गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को सदन की कार्यवाही रोकने का प्रयास कर रहे तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के 18 विधायकों को आंध्र प्रदेश विधानसभा से निलंबित कर दिया गया।
विधानसभा अध्यक्ष टी. सीताराम ने मुख्य विपक्षी दल के 15 विधायकों को एक दिन के लिए सदन से निलंबित करने की घोषणा की। उन्होंने तीन अन्य सदस्यों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया।
सीताराम ने घोषणा की कि अध्यक्ष के प्रति अनादर दिखाने के लिए वह पी. केशव, ए. सत्यप्रसाद और श्रीधर रेड्डी को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर रहे हैं।
गुरुवार सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही टीडीपी सदस्य खड़े होकर नायडू की गिरफ्तारी पर बहस की मांग करने लगे।
जब अध्यक्ष ने उनके स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया, तो वे सदन के बीचों-बीच में आ गए और बाद में अध्यक्ष के आसन को घेर लिया।
तख्तियां लेकर नारे लगाते हुए विपक्षी विधायकों ने सभापति से नायडू की ‘अवैध’ गिरफ्तारी का मुद्दा उठाने देने की मांग की।
टीडीपी विधायक और अभिनेता एन. बालकृष्ण ने कथित तौर पर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार को चेतावनी देते हुए अपनी मूंछें घुमाईं तो हंगामा मच गया।
उनके कृत्य पर कड़ी आपत्ति जताते हुए जल संसाधन मंत्री अंबाती रामबाबू ने उन्हें याद दिलाया कि वह विधानमंडल में हैं, किसी फिल्म में नहीं। अध्यक्ष ने कहा कि उनका कृत्य आसन के प्रति अनादर दिखाने जैसा है। उन्होंने विधायक को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने भविष्य में ऐसी हरकत की तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हंगामे के बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी। जब सदन की बैठक दोबारा शुरू हुई तो टीडीपी सदस्यों ने अपना विरोध जारी रखा। सरकार की ओर से पेश प्रस्ताव पर अध्यक्ष ने टीडीपी विधायकों को निलंबित करने की घोषणा की।
निलंबन के बाद विधायक विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गये। उन्होंने कहा कि वे नायडू की ‘अवैध’ गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठाना जारी रखेंगे।
टीडीपी ने विधान परिषद में भी विरोध-प्रदर्शन किया। विधायकों ने टीडीपी सुप्रीमो की गिरफ्तारी पर बहस की मांग की। विरोध के बीच परिषद के सभापति ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
इससे पहले, पार्टी विधायकों ने सत्र शुरू होने से पहले थुल्लूर पुलिस स्टेशन से राज्य विधानमंडल तक पदयात्रा निकाली।
टीडीपी संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री एन.टी. रामाराव को वेंकटपालम में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद, टीडीपी विधायक और विधान पार्षद विधानसभा भवन के लिए रवाना हुए।
हाथों में तख्तियां लिए हुए उन्होंने कौशल विकास मामले में नायडू की ‘अवैध’ गिरफ्तारी की निंदा करते हुए नारे लगाए।