पटना, 29 अक्टूबर । बिहार में शराबबंदी को लेकर सियासत गर्म है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है। भाजपा के बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने विपक्षी नेताओं को चेतावनी भरे अंदाज में कहा है कि इस बात का खुलासा जल्द होगा कि शराब पीता कौन है और बेचता कौन है।
उन्होंने कहा, सरकार मामले पर नजर बनाए हुए है। बहुत जल्द खुलासा होने वाला है कि बिहार के अंदर कौन-कौन लोग शराब पी रहे हैं। आने वाले दिनों में सरकार लिस्ट जारी कर बताएगी कि कौन-कौन नेता शराब पीते हैं। उनका वीडियो फुटेज जारी होगा।
जायसवाल ने दावा किया कि उनके पास एक लिस्ट है, जिसमें शराब पीने वाले इंडिया (गठबंधन) के नेताओं का नाम शामिल है। सरकार सबूतों के साथ शराब पीने वाले नेताओं की सूची जारी करने को तैयार है। इसमें शराब पीते हुए उनकी तस्वीरें और वीडियो शामिल होंगी। ये सभी नेता इंडी अलायंस से हैं। इससे जुड़ी लिस्ट विभाग जल्द जारी करेगा।
उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस में नेताओं और कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं है। इन दोनों दलों के नेता निजी महत्वाकांक्षा को तरजीह देते है। ऐसे में उनकी पार्टी का पतन हो रहा है। वहीं एनडीए की ताकत मतदाता और कार्यकर्ता हैं। एनडीए की एकजुटता की चर्चा राजद के नेता न करें, हम पूरी मजबूती से आगामी विधानसभा के चुनाव में बड़ी जीत हासिल करेंगे। राजद अपनी चिंता करे, क्योंकि वहां भगदड़ मचने वाली है।
वहीं जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी प्रभावी है। राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि जहरीली शराब से मौतों के मामले में राज्य में गिरावट दर्ज की गई है। रैंकिंग में भी सुधार हुआ है, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि राष्ट्रीय जनता दल ने लोकसभा चुनाव में इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर शराब कंपनियों से 46 करोड़ 64 लाख लिया। बीच का मीडिएटर कौन है, इसका जवाब तेजस्वी यादव को देना चाहिए।
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