राज्यपाल कटारिया ने नशा विरोधी पदयात्रा के तीसरे दिन कहा, “हम सब मिलकर नशा मुक्त पंजाब बनाएंगे”
अमृतसर (पंजाब), 5 अप्रैल, 2025 (एएनआई): पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर से डेरा बाबा नानक तक की नशा विरोधी छह दिवसीय पैदल यात्रा शनिवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गई।
उदाहरण प्रस्तुत करते हुए पंजाब के राज्यपाल कटारिया ने पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए लोगों की एकता पर जोर दिया।
एएनआई से बात करते हुए कटारिया ने कहा, “आज पदयात्रा का तीसरा दिन है और जनता भी काफी उत्साहित और समर्थन में है। हर कोई इसमें शामिल हो रहा है और ऐसा लगता है कि सभी के आशीर्वाद से हम इस जन आंदोलन को बनाने में जरूर सफल होंगे। हम सब मिलकर नशा मुक्त पंजाब, रंगला पंजाब बनाएंगे।”
उन्होंने कहा, “सरकार भी अपने प्रयास कर रही है। हम भी अपने प्रयास कर रहे हैं। जनता भी हमारा समर्थन कर रही है।”
पदयात्रा का अमृतसर चरण तीसरे दिन गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल, गांव नवां पिंड से शुरू हुआ और दिन भर के लिए गुरु रामदास कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड मेडिकल साइंसेज, गांव पंधेर में रुकेगा।
राज्यपाल ने जागरूकता बढ़ाने और इस मुद्दे में जन भागीदारी बढ़ाने के लिए 3 अप्रैल से 8 अप्रैल तक गुरदासपुर और अमृतसर जिलों में छह दिवसीय नशा विरोधी पदयात्रा शुरू की है।
राजभवन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, पैदल मार्च 3 अप्रैल को गुरदासपुर में श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर, डेरा बाबा नानक से शुरू हुआ और सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट स्कूल, डेरा बाबा नानक में समाप्त होगा।
शुक्रवार को कटारिया ने कहा कि सरकार लोगों के सहयोग के बिना अकेले किसी भी सामाजिक बुराई से नहीं लड़ सकती है और उन्होंने सरकार से लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करने का अनुरोध किया।
कटारिया ने कहा, “नशे की लत की वजह से हमारा युवा वर्ग कमजोर हो रहा है, परिवार बर्बाद हो रहे हैं…सरकार जो कर सकती है, वह कर रही है। हम लोगों के सहयोग के बिना किसी भी सामाजिक बुराई से नहीं लड़ सकते। मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि आप अपने आस-पास के लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करें।”
इस बीच, एएनआई से बात करते हुए पंजाब के राज्यपाल ने कहा कि यह आंदोलन तभी सफल होगा जब यह “जनता का आंदोलन” बन जाएगा।
उन्होंने कहा, “आज मेरी छह दिवसीय पदयात्रा का दूसरा दिन है। यह मेरी यात्रा नहीं, बल्कि लोगों की यात्रा है। मैं सभी से इस यात्रा में शामिल होने का अनुरोध करता हूं। यह तभी सफल होगी जब यह लोगों का आंदोलन बन जाएगा।”
पंजाब में नशीली दवाओं और ड्रोन के खतरे पर बोलते हुए राज्यपाल ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारों ने इस खतरे से लड़ने के लिए उपाय किए हैं और धन आवंटित किया है।
कटारिया ने कहा, “सरकार अपनी तरफ से हरसंभव प्रयास कर रही है। उसने एंटी-ड्रोन भी दिए हैं। केंद्र सरकार ने एंटी-ड्रोन दिए हैं…राज्य सरकार ने भी इस मुद्दे पर 10 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। अगर और मदद मिले तो हम ड्रोन के जरिए ड्रग्स के प्रवेश को रोक पाएंगे…” (एएनआई)
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