राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा निर्मित 75 महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया है। इन परियोजनाओं में हिमाचल प्रदेश में एनएच-3 (रोड मनाली-सरचू), एनएच-5 (रोड पोवारी-पूह-खाब-नामगिया-चुप्पन-शिपकिला) और एनएच-505 (रोड खाब-सुमदो-काजा-ग्रामफू) पर मुन्नी (40 मीटर), भागा (30 मीटर), डोगरी (65 मीटर), हबसर (50 मीटर) और शालखर-11 (45 मीटर) पर पांच महत्वपूर्ण पुलों का निर्माण भी शामिल है।
राज्यपाल ने शनिवार को वर्चुअली उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने भारत-चीन सीमा पर कनेक्टिविटी और रणनीतिक तैयारियों को बढ़ाने में इन पुलों के महत्व पर प्रकाश डाला। राज्यपाल ने कहा, “ये रणनीतिक सड़कें और पुल न केवल सेना के जवानों और उपकरणों की तेज आवाजाही के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि स्थानीय आबादी के सामाजिक-आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
शुक्ला ने बेहद चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति और दुर्गम इलाकों में इन परियोजनाओं को पूरा करने में बीआरओ के असाधारण प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बीआरओ ने राज्य में इन महत्वपूर्ण रणनीतिक परियोजनाओं का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा किया है और इनमें से कई परियोजनाओं का निर्माण अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके एक ही कार्य सत्र में किया गया है।
राज्यपाल के सचिव सीपी वर्मा, मुख्य अभियंता परियोजना दीपक और बीआरओ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी राजभवन में उपस्थित थे।