राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने गंभीर विकलांगता से जूझ रहे दो भाई-बहनों को दिवाली के उपहार के रूप में स्वचालित व्हीलचेयर भेंट कर उनकी मदद की। सोलन जिले के ममलीग उप-तहसील के पंजानी गांव की रहने वाली अनीता (18) और उसका भाई सुनील (21) सेरेब्रल पाल्सी के कारण जन्म से ही 100 प्रतिशत विकलांगता से पीड़ित हैं। बीपीएल परिवार का मुखिया बाबूराम परिवार का भरण-पोषण करने के लिए कुनिहार में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करता है।
उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने राज्यपाल को भाई-बहन की परेशानी से अवगत कराया था और उनसे उन्हें बैटरी से चलने वाली व्हीलचेयर देने का अनुरोध किया था। राज्यपाल ने तुरंत हिमाचल प्रदेश राज्य रेडक्रॉस सोसायटी से भाई-बहनों को व्हीलचेयर उपलब्ध कराने के आदेश दिए। भाई-बहनों की मां बीना देवी ने कहा कि दोनों न तो चल सकते हैं और न ही ठीक से बोल सकते हैं।
अज्ञानता और गरीबी के कारण माता-पिता उन्हें स्कूल नहीं भेज सके और इन बच्चों ने इतने साल घर में एक ही जगह बैठे बिताए। इन व्हीलचेयर की मदद से भाई-बहन अब कम से कम अपने घर में और आसपास तो चल-फिर सकेंगे। भाई-बहन का एक और भाई है जो अपनी बारहवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में है। उनकी मां ने कहा, “हम सोच भी नहीं सकते थे कि मेरे बच्चों को राज्यपाल से ऐसा तोहफा मिलेगा।”
हिमाचल प्रदेश राज्य रेड क्रॉस सोसायटी के सहायक सचिव संजीव शर्मा के अनुसार, राज्यपाल ने बीपीएल परिवारों के गंभीर रूप से विकलांग लोगों को लगभग 20 स्वचालित व्हीलचेयर दान की हैं।
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