N1Live Entertainment पुरी में गोविंदा द्वादशी : अभिनेता सब्यसाची समेत हजारों लोगों ने लगाई डुबकी
Entertainment

पुरी में गोविंदा द्वादशी : अभिनेता सब्यसाची समेत हजारों लोगों ने लगाई डुबकी

Govinda Dwadashi in Puri: Thousands of people including actor Sabyasachi took a holy dip

गोविंदा द्वादशी के अवसर पर मंगलवार को पुरी जगन्नाथ मंदिर के सिंहद्वार पर समुद्र में हजारों की संख्या में भक्तों ने डुबकी लगाई। उड़िया फिल्म अभिनेता सब्यसाची भी पुरी पहुंचे, जहां उन्होंने आस्था की डुबकी लगाई। अभिनेता ने कहा कि यहां आकर वह धन्य महसूस कर रहे हैं। श्रीक्षेत्र मठाधीश, छत्तीसगढ़ नियोग, जगन्नाथ सेवा संस्था, परिवर्तन ओडिशा, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल समेत कई धार्मिक संगठनों ने संयुक्त रूप से पुरी समुद्र तट पर कार्यक्रम का आयोजन किया। सिंहद्वार से सुबह से भव्य जुलूस शुरू हुआ, जिसमें संत, भक्त और सेवक भजन गाते नजर आए।

गोविंदा द्वादशी के अवसर पर पुरी पहुंचे अभिनेता सब्यसाची ने कहा, “गोविंद द्वादशी पर स्नान करना आध्यात्मिक अनुभव है। मैं इस परंपरा का हिस्सा बनकर लकी महसूस कर रहा हूं।” धर्मगुरु शिवानंद पुरी ने कहा, “यह कोई साधारण जल नहीं है, इसे भगवान विष्णु का दिव्य रूप माना जाता है। मान्यता है कि यहां स्नान करने से पुण्य मिलता है और पिछले पापों से मुक्ति मिलती है।” स्वर्गद्वार अयोध्या दास मठ के प्रमुख जनार्दन महाराज ने बताया, “जो लोग गोविंदा द्वादशी पर इस पवित्र सागर में स्नान करते हैं, उन्हें एक हजार तीर्थयात्रा करने के बराबर आशीर्वाद मिलता है। मैं सभी से इस दिव्य परंपरा में शामिल होने का आग्रह करता हूं।”

स्कंद पुराण के अनुसार, पुरी में समुद्र को पवित्र माना जाता है और इसके जल में डुबकी लगाने से सभी पाप कट जाते हैं। शास्त्रों में उल्लेख है, “सभी तीर्थ स्थलों में तीर्थराज महोदधि (महासागर) में स्नान करने की पवित्रता अन्य सभी तीर्थ स्थलों से बढ़कर है, जो हजार गुना अधिक पुण्य प्रदान करती है।” फाल्गुन महीने में मनाई जाने वाली गोविंदा द्वादशी भगवान विष्णु, विशेष रूप से उनके गोविंदा रूप को समर्पित है। ब्रह्मांड पुराण, वायु पुराण और वराह पुराण जैसे प्राचीन शास्त्र में इस प्रथा के महत्व का वर्णन मिलता है।

Exit mobile version