राजनीति के मायने बदलने के लिए कठोर परिश्रम करना पड़ता है। मैं यही कर रहा हूं। मैं न तो गलत कामों में शामिल होऊंगा और न ही गलत काम करने वालों का समर्थन करूंगा। मेरे हिसाब से जनसेवा ही राष्ट्रसेवा है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करूंगा। अगले पांच साल में राज्य सरकार प्रदेश के सरकारी स्कूलों का पूरी तरह कायाकल्प कर देगी।”
यह बात हरियाणा के स्कूल शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा ने आज पानीपत ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के 10 गांवों के दौरे के दौरान कही। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों को शिक्षित करें तथा उन्हें राष्ट्र सेवा में योगदान देने के लिए कौशल प्रदान करें।
ढांडा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा में सुधार और क्षेत्र में परिवर्तन लाना प्रमुख प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा, “मेरा पूरा जीवन ग्रामीण लोगों की सेवा के लिए समर्पित है और मैं उनकी सेवा के लिए इस मार्ग पर चल रहा हूं। सिस्टम को ठीक करने में कुछ समय लग सकता है, लेकिन अंत में परिणाम बहुत सकारात्मक होंगे।” उन्होंने ग्रामीणों से अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलाने का आग्रह किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार अच्छे नतीजों की गारंटी देती है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण आबादी के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम समाज के हर वर्ग के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार की नीतियां विकास को बढ़ावा दे रही हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) ऐसी नीति है जो संस्थानों से डिग्री और डिप्लोमा लेकर निकलने वाले युवाओं को नियमित रोजगार के अवसर प्रदान करेगी। मंत्री ने कहा कि अगले साल हरियाणा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर दी जाएगी।
उन्होंने नई नीति के लाभों के बारे में भी बताया और जनता से समर्थन की अपील की।
उन्होंने कहा, “सभी स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। हम महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं और उन्हें सभी क्षेत्रों में समान सम्मान दे रहे हैं।”
मंत्री ने कहा कि रिश्वत और सिफ़ारिशों का दौर खत्म हो चुका है। अब प्रतिभावान युवा आगे बढ़ेंगे। राज्य सरकार का पूरा ध्यान बच्चों की शिक्षा पर है, ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल हो सके।