विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने आज कहा कि यह मानना गलत है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद द्वारा अनुमोदित सुधारों के कारण छोटे राज्यों को राजस्व का नुकसान होगा, क्योंकि ये देश और उपभोक्ताओं के व्यापक हित में हैं।
ठाकुर ने यहाँ पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि 3 सितंबर को किए गए जीएसटी सुधार ऐतिहासिक हैं और अर्थव्यवस्था को मज़बूती देंगे। उन्होंने आगे कहा कि इन आर्थिक सुधारों का असर आने वाले दिनों में दिखाई देगा।
उन्होंने कहा, “जीएसटी सुधारों से हर राज्य सरकार को लाभ होगा। यह कहना गलत है कि छोटे राज्यों को नुकसान होगा क्योंकि हर राज्य को जीएसटी संग्रह के अनुसार राजस्व मिलेगा।” उन्होंने आगे कहा कि सभी राज्यों को मुआवज़ा दिया गया है और ये सुधार देश के व्यापक हित में हैं। उन्होंने दावा किया कि 22 सितंबर से लागू होने पर इन सुधारों से समाज के हर वर्ग को लाभ होगा, चाहे वह उपभोक्ता हों, उद्योगपति हों या गरीब लोग।
ठाकुर ने कहा कि कई जीवन रक्षक दवाओं को जीएसटी के दायरे से बाहर कर दिया गया है। उन्होंने आगे कहा, “18 प्रतिशत कर स्लैब वाली अधिकांश वस्तुओं को 5 प्रतिशत स्लैब में ला दिया गया है। इन सुधारों के बाद इसका व्यापक प्रभाव पड़ेगा और अधिकांश वस्तुओं की कीमतों में भारी कमी आएगी।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमेंट, टेलीविजन, डिशवॉशर और एसी पर भी जीएसटी 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी प्रणाली में सुधार की घोषणा की थी और 3 सितंबर को जीएसटी परिषद की 56वीं बैठक में कुछ बेहद अहम फैसले लिए गए और टैक्स स्लैब में बदलाव किया गया।
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