November 27, 2024
Haryana

गुरुग्राम वेक्टर जनित संक्रमणों में वृद्धि से जूझ रहा है

गुरुग्राम में न केवल डेंगू के बढ़ते मामले निवासियों और स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच चिंता का कारण बन रहे हैं, बल्कि पिछले कुछ दिनों में फ्लू जैसी बीमारी, वायरल संक्रमण, गले में खराश और श्वसन संबंधी समस्याओं से पीड़ित रोगियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।

जिला अस्पताल में ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या औसतन 2,000 से बढ़कर 2,600 प्रतिदिन हो गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस वृद्धि के लिए वायरल संक्रमण को जिम्मेदार ठहराया है।

यह गुरुग्राम में पिछले कुछ हफ़्तों में हुई बारिश और जलभराव का नतीजा है। सीवरेज के रिसाव और सड़कों के किनारे अनधिकृत रूप से कूड़ा फेंकने से भी निवासियों की परेशानी बढ़ गई है।

गुरुग्राम के जिला अस्पताल में बुधवार को जनरल ओपीडी में मरीजों की भारी भीड़। ट्रिब्यून फोटो
स्थानीय निवासियों ने दावा किया कि स्थिर पानी विभिन्न प्रकार के कीड़ों, विशेषकर मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल बन गया है, जिससे वेक्टर जनित बीमारियों का खतरा पैदा हो गया है।

सेक्टर 15 पार्ट-2 निवासी अरुण बंसल ने आरोप लगाया कि पिछले तीन दिनों से उनके इलाके में सीवेज का पानी ओवरफ्लो हो रहा है।

सेक्टर 37 के इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष केके गांधी ने बताया कि सेक्टर 10-ए की तरफ से औद्योगिक क्षेत्र में प्रवेश करने वाले स्थान पर पिछले तीन महीनों से गंदा पानी जमा है। उन्होंने बताया कि उद्योगों में काम करने वाले हजारों कर्मचारी रोजाना गंदे पानी से होकर गुजरते हैं, जिससे उन्हें लगातार वेक्टर जनित बीमारियों का खतरा बना रहता है।

सेक्टर 88-ए, आरडी सिटी की डी-2 लेन, सेक्टर 46, सेक्टर 56, सेक्टर 5, सेक्टर 45, सेक्टर 10-ए, सेक्टर 14, सेक्टर 22 और कई अन्य क्षेत्रों के निवासियों ने अपने इलाकों में सड़कों पर गड्ढे और स्थिर पानी की सूचना दी है।

नगर निगम के मुख्य अभियंता मनोज कुमार ने बताया कि उन्होंने 8-10 दिनों के भीतर सड़कों पर गड्ढों और गड्ढों की मरम्मत के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने बताया कि काम शुरू हो गया है और अगले सप्ताह तक काम दिखने लगेगा।

जिला अस्पताल में तैनात प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. जय माला ने वायरल संक्रमण के मरीजों की संख्या में वृद्धि की बात स्वीकार करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग मरीजों की भीड़ से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। सामान्य ओपीडी में 600 से 700 मरीजों की संख्या बढ़ गई है और डॉक्टर मरीजों की जांच करने के लिए देर रात तक बैठे हैं। उन्होंने कहा, “हमारे पास दवाओं का पर्याप्त स्टॉक है और हम मरीजों को मुफ्त में दवाइयां उपलब्ध कराते हैं।”

उन्होंने बताया कि बुधवार को अस्पताल में 170 मरीजों की क्षमता के मुकाबले कुल 257 मरीज भर्ती हुए। उन्होंने कहा, “हम अपने पास उपलब्ध सभी संभावित संसाधनों के साथ स्थिति का प्रबंधन कर रहे हैं।” साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जगह और स्थिति को संभालने के लिए मरीजों को छुट्टी देने का समय कम कर दिया गया है।

इस बीच, पिछले एक सप्ताह में सरकारी अस्पतालों में रोजाना डेंगू के कम से कम दो मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के जिला निगरानी अधिकारी डॉ. जेपी सिंह ने आज यहां इसकी पुष्टि की।

उन्होंने दावा किया कि स्वास्थ्यकर्मी इन दिनों पूरी तरह सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को कुल 44,542 कंटेनर, कूलर आदि की जांच की गई, जिनमें से 492 कंटेनर में डेंगू का लार्वा पाया गया। स्वास्थ्य टीमों ने बुधवार को 8,957 घरों का दौरा किया और 176 घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया।

सिंह ने बताया कि नगर निगम उपनियम, 1973 की धारा 214 के तहत 153 नोटिस उन मकान मालिकों को जारी किए गए जिनके परिसर में आज डेंगू का लार्वा पाया गया। इस साल अब तक कुल 11,800 नोटिस जारी किए जा चुके हैं।

विभिन्न क्षेत्रों में फॉगिंग की गई गुरुग्राम नगर निगम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष सिंगला ने बताया कि नगर निगम की टीमों ने इस महीने में 64,522 घरों में लार्वानाशक का छिड़काव किया है और 103 घरों के मालिकों को नगरपालिका उपनियम अधिनियम, 1973 की धारा 214 के तहत नोटिस जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 445 स्थानों पर फॉगिंग की गई है और निकट भविष्य में भी यह जारी रहेगी।

डॉ. सिंगला ने बताया कि सुशांत लोक फेज-1, 2, 3, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सभी सेक्टर, पालम विहार, न्यू पालम विहार, साउथ सिटी-1 व 2, उप्पल साउथएंड, आरडी सिटी, सन सिटी, सिविल लाइन्स तथा पुराने गुरुग्राम के जोन-1 व जोन-2 की विभिन्न कॉलोनियों, रिहायशी सोसायटियों व बाजार क्षेत्रों में फॉगिंग की गई।

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