अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर बुधवार को हमीरपुर स्थित एनजीओ भवन में जिला स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक गर्ग ने इस अवसर पर सभी दिव्यांगजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिवस दिव्यांगजनों के प्रति समानता, सम्मान और संवेदनशीलता के मूल्यों की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि यह अवसर समाज को दिव्यांगजनों की क्षमताओं, अधिकारों और क्षमताओं को पहचानने के लिए प्रोत्साहित करता है और साथ ही उनके सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक कदम उठाने का अवसर भी प्रदान करता है।
गर्ग ने कहा कि दिव्यांगजन प्रतिदिन अनेक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद साहस, आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत के साथ आगे बढ़ते रहते हैं। उन्होंने कहा, “उनका जज्बा सराहनीय है और वे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।” समावेशी समाज के महत्व पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी क्षमताओं के अनुसार तभी प्रगति कर सकता है जब वातावरण सुलभ और सहायक हो। उन्होंने आग्रह किया कि दिव्यांगजनों को अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने के पर्याप्त अवसर दिए जाने चाहिए।
एडीसी ने बताया कि सरकार ने दिव्यांगजनों के अधिकारों की रक्षा और उनके कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से विभिन्न योजनाएँ लागू की हैं और विशेष प्रावधान किए हैं। उन्होंने पात्र लाभार्थियों को इन योजनाओं और सुविधाओं का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। गर्ग ने दिव्यांगजनों के अधिकारों की रक्षा, कल्याण और सशक्तिकरण के लिए कार्यरत सामाजिक संगठनों के योगदान की भी सराहना की।
इससे पहले, जिला कल्याण अधिकारी चमन लाल शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के इतिहास, महत्व और उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी तथा उपस्थित लोगों को दिव्यांगजन कल्याण से संबंधित विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

