राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने पर भारत के पूर्व विदेश सचिव और वरिष्ठ राजनयिक हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि पीएम मोदी ने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जनता के हित से जुड़े मुद्दों को संसद में उठाऊंगा। मैं पीएम मोदी का आभार जताना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी दी। सर्विस के बाद मैंने जनता के हित के लिए काम करना शुरू कर दिया था। अब संसद में उनके मुद्दों पर बहस करूंगा। राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी का आभार जताना चाहता हूं कि उन्होंने मेरे बारे में सोचा कि मैं इस जिम्मेदारी के लिए काबिल हूं। देश के लोगों के हित के लिए काम करते रहेंगे।
उन्होंने बताया कि सबसे पहले उन्हें मनोनीत होने की जानकारी राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से हुई और फिर जो बात सबसे खास रही कि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद मुझे फोन करके बताया कि कुछ होने वाला है, कुछ योजना बनाई जा रही है। उन्होंने यह तो नहीं बताया कि मुझे जनता की सेवा करने का क्या दायित्व या अवसर दिया जाएगा, लेकिन यह भाव मेरे लिए बहुत मायने रखता है। पीएम मोदी ने समय निकालकर मुझे फोन किया, यह मेरे लिए गर्व की बात है। मैं कभी अपनी जिंदगी में इस पल को नहीं भूल सकता हूं।
पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की विदेश नीति पर उन्होंने कहा कि अगर हम आज भारत को अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य से देखें, तो दस साल पहले की तुलना में अब दुनिया भारत को जिस तरह देखती है, उसमें एक महत्वपूर्ण अंतर है। आज, विश्व के नेताओं और वैश्विक जनता दोनों से भारत को जो सम्मान मिलता है, वह दर्शाता है कि भारत को एक तकनीकी नेता और एक उभरती हुई आर्थिक शक्ति के रूप में देखा जाता है।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विदेश दौरे पर उन्होंने कहा कि विदेश यात्रा करना एक बात है, लेकिन विदेश जाकर अपने ही देश के खिलाफ बोलना बिल्कुल अलग बात है। मेरे विचार से, इस देश के लोग इससे बिल्कुल नाराज हैं। ये लोग विदेश जाकर भारत की उपलब्धियों को उजागर करने के बजाय उसकी आलोचना करते हैं। यह सही नहीं है। ऑल पार्टी डेलिगेशन में हमने देखा कि सभी सांसद, चाहे वे सत्ता पक्ष हों या फिर विपक्ष, भारत की बात कर रहे थे। वह देखते हुए मुझे लगता है कि भारत में एकता है। हमारे सामने कोई चुनौतियां होती हैं तो हम सभी एकजुट होते हैं। हाल ही में हमने आतंकी हमलों के बाद देखा कि डेलिगेशन में सभी ने भारत की एकजुटता का प्रदर्शन किया।
राहुल गांधी की ओर से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करने की मांग पर उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को घुटने पर ला दिया। हमारी सेना ने उनके आतंकी ठिकानों को तबाह किया। पाकिस्तान ने सीजफायर की मांग की, जिसके बाद सीजफायर हुआ। ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमने सफलता हासिल की। पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारी नुकसान हुआ। पाकिस्तान ने भी हमले किए, लेकिन हमें कोई नुकसान नहीं हुआ। विपक्ष को उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि जब ऐसे मुद्दे हों तो देश और केंद्र सरकार के साथ खड़ा रहना चाहिए, न कि पहले की विदेश नीति या फिर वर्तमान की विदेश नीति से तुलना की जाए। वर्तमान की विदेश नीति काफी कारगर है।