हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कल रात राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति तथा चल रही आबकारी नीलामी का आकलन करने के लिए एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
अपराधियों के खिलाफ ‘हाई ऑक्टेन अभियान’ शुरू करने तथा हरियाणा भर में जवाबदेह पुलिस उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए गृह विभाग को कड़े निर्देश जारी करते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सुदृढ़ कानून एवं व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र में आबकारी लाईसेंसधारी की कथित हत्या पर चिंता व्यक्त की तथा डीजीपी को दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने डीजीपी से उन सभी नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा, जिन्होंने धमकी और जबरन वसूली की कॉल की सूचना दी है। उन्होंने ऐसी रिपोर्टिंग के लिए एक समर्पित फ़ोन नंबर जारी करने और उसे 112 से जोड़ने को कहा।
आबकारी एवं कराधान विभाग के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नीलामी प्रक्रिया पूरी करने तथा बकाया राजस्व की वसूली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। आबकारी नीलामी में राज्य अधिकांश आबकारी क्षेत्रों की नीलामी करने में सफल रहा है, जिसमें अब तक 934 आबकारी क्षेत्रों की नीलामी की गई है, तथा पिछले वर्ष के 5,037 करोड़ रुपये की तुलना में 11,054 करोड़ रुपये का उल्लेखनीय अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है। आबकारी नीलामी को अब तक अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
सैनी ने पुलिस बल को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा कि पुलिस बल की मौजूदगी लोगों के हित में हो और अपराधियों के लिए खौफ पैदा करने वाली हो। मुख्यमंत्री ने गलत काम करने वालों और असामाजिक तत्वों में कानून का डर पैदा करने की अहमियत पर जोर दिया, जिससे नागरिकों के लिए एक सुरक्षित माहौल सुनिश्चित हो सके।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि इन महत्वपूर्ण मामलों की उच्चतम स्तर पर नियमित और कठोर निगरानी सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि राज्य टास्क फोर्स (एसटीएफ) को सभी लंबित मामलों के सख्त, समयबद्ध ढांचे के भीतर समाधान में तेजी लाने के लिए अधिक जनशक्ति और संसाधन उपलब्ध कराए जाने चाहिए, ताकि कोई भी गैंगस्टर बिना सजा के या छूटे न रह जाए।
बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा, आबकारी एवं कराधान विभाग की सचिव आशिमा बराड़ और पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर उपस्थित थे।