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हरियाणा: संविदा विश्वविद्यालय शिक्षक 10-वर्षीय नीति के अनुसार नियमितीकरण की मांग करते हैं

Haryana: Contract university teachers demand regularization as per 10-year policy

कुरूक्षेत्र, 27 फरवरी हरियाणा अनुबंध शिक्षक संघ ने मांग की है कि अनुबंध शिक्षकों की सेवाओं को 10 साल की नियमितीकरण नीति के अनुसार नियमित किया जाए।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अनुबंधित सहायक प्रोफेसर और एसोसिएशन के राज्य मीडिया सचिव डॉ अभिनव ने कहा कि 23 जून, 2020 को हरियाणा उच्च शिक्षा निदेशक ने राज्य के 10 विश्वविद्यालयों को सहायक प्रोफेसरों के लिए सेवा सुरक्षा लागू करने के लिए एक पत्र जारी किया था। अनुबंध पर काम कर रहे विश्वविद्यालयों को 15 दिनों के भीतर आवश्यक कार्रवाई कर उच्च शिक्षा निदेशालय को रिपोर्ट भेजने को कहा गया है.

क्रियान्वयन हेतु अनुस्मारक जारी किया गया तथा पुनः अनुस्मारक सूचना के 15 दिवस के अन्दर इस विषय में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

उन्होंने कहा कि यह बेहद निराशा की बात है कि चार साल बाद भी राज्य के किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा इस मामले में कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गयी है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस मांग पर दोबारा विचार करना चाहिए.

डॉ. अभिनव ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को हाल ही में राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा ‘ए++’ ग्रेड से सम्मानित किया गया था और शीर्ष ग्रेड प्राप्त करने में संविदा शिक्षकों के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि भविष्य में केयू के ए++ ग्रेड को बनाए रखने के लिए लंबे समय से कार्यरत संविदा शिक्षकों को अधिक जिम्मेदारी के साथ जिम्मेदारियां सौंपना आवश्यक है। यदि जल्द ही मांगें पूरी नहीं हुईं तो एसोसिएशन बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगा।

एसोसिएशन के राज्य महासचिव डॉ. अजय कुमार ने कहा कि केयू के 50 से अधिक संविदा शिक्षकों ने 10 साल या उससे अधिक का कार्यकाल पूरा कर लिया है और उन्हें उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही सरकार द्वारा नियमित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ”संविदा पद पर गुजारा करना मुश्किल था।”

उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों के संविदा शिक्षक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम योग्यता पूरी करते हैं और 2014 से लगातार शैक्षणिक सेवाएं प्रदान कर रहे हैं और राज्य और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

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