N1Live National दिल्ली जल संकट पर हरियाणा सरकार, भाजपा कर रही राजनीति : प्रियंका कक्कड़ नई दिल्ली, 10 जून (आईएएनएस)। दिल्ली में कई इलाकों में पानी का संकट हो गया है। टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है। इस पर राजनीति भी जमकर हो रही है। राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) हरियाणा सरकार और भाजपा पर यह आरोप लगा रही है कि हिमाचल प्रदेश पानी देने को तैयार है, लेकिन हरियाणा उसे दिल्ली तक नहीं पहुंचने दे रहा है। वहीं, भाजपा आप पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है। आप की नेता प्रियंका कक्कड़ ने कहा है कि दिल्ली एक ऐसा राज्य है जहां देश भर से लोग अच्छी शिक्षा, अच्छे रहन-सहन, अच्छी नौकरी के लिए आते हैं और दिल्ली की तीन करोड़ जनता के पानी के हक को भाजपा रोक देती है। उन्होंने कहा है कि हम दिल्ली की जनता को उनका हक दिला कर रहेंगे और भाजपा की नकारात्मक राजनीति को विफल करके रहेंगे। हम सुप्रीम कोर्ट से लेकर सड़क तक संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि गत 31 मई को दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अभूतपूर्व लू के चलते दिल्ली में पानी की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है। सुप्रीम कोर्ट में जाने से पहले दिल्ली सरकार ने हिमाचल प्रदेश सरकार से बात की थी। हिमाचल सरकार ने बताया था कि उनके पास 137 क्यूसेक अतिरिक्त पानी है जो वह दिल्ली सरकार को दे सकते हैं। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज के जरिए यह पानी दिल्ली के वजीराबाद बैराज तक आ सकता है। प्रियंका कक्कड़ के मुताबिक, इस बार मानसून देरी से आ रहा है और उम्मीद की जा रही है कि 30 जून तक मानसून दिल्ली पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि 3 जून को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सभी हितधारकों की एक बैठक हुई और उसके बाद 6 जून को सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी किया जिसमें हिमाचल प्रदेश से 137 क्यूसेक पानी दिल्ली को देने की बात की गई और हरियाणा सरकार को उसे बिना किसी रुकावट के दिल्ली तक पहुंचाना था। बस इतनी ही मांग थी और यही आदेश दिया गया था। आप नेता ने आरोप लगाया है कि हिमाचल का भेजा गया 137 क्यूसेक पानी तो हरियाणा ने रोक ही लिया और उसके साथ-साथ जो दिल्ली को दूसरे चैनल के जरिए 1,050 क्यूसेक पानी मिलता है उसमें भी 200 क्यूसेक पानी की कमी कर दी। उन्होंने कहा कि उनकी नकारात्मक राजनीति की वजह से भाजपा हरियाणा में ‘हाफ’ हो गई है और जल्द ही ‘साफ’ भी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोग अच्छे होते हैं। आप उनसे पानी मांगेंगे, वे आपको लस्सी भी देंगे। लेकिन यह हरियाणा की भाजपा सरकार हिमाचल प्रदेश से आने वाले पानी को भी रोक रही है और दूसरे चैनल से आने वाले पानी को भी काम कर दिया है। प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि उत्तर भारत में पानी का मुख्य स्रोत चेनाब, झेलम, सिंधु, रावी, व्यास और सतलुज नदियां हैं। इनसे पानी पूरे उत्तर भारत के अलग-अलग राज्यों में सप्लाई किया जाता है। उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल पर भी आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अगर चाहते तो हरियाणा और आप के बीच मध्यस्थता कर सकते थे और दिल्ली की जनता के लिए पानी पहुंचाया जा सकता था, लेकिन वह अपने आलाकमान भाजपा मुख्यालय के आदेश मान रहे हैं। उनका दिल्ली की जनता से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा, “बहुत कम समय की यह समस्या है। मेरी भाजपा से यही दरख्वास्त है कि दिल्ली के हक का पानी दिल्ली वालों के लिए रिलीज कर देना चाहिए।” –आईएएनएस पीकेटी/एकेजे
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दिल्ली जल संकट पर हरियाणा सरकार, भाजपा कर रही राजनीति : प्रियंका कक्कड़ नई दिल्ली, 10 जून (आईएएनएस)। दिल्ली में कई इलाकों में पानी का संकट हो गया है। टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है। इस पर राजनीति भी जमकर हो रही है। राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) हरियाणा सरकार और भाजपा पर यह आरोप लगा रही है कि हिमाचल प्रदेश पानी देने को तैयार है, लेकिन हरियाणा उसे दिल्ली तक नहीं पहुंचने दे रहा है। वहीं, भाजपा आप पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है। आप की नेता प्रियंका कक्कड़ ने कहा है कि दिल्ली एक ऐसा राज्य है जहां देश भर से लोग अच्छी शिक्षा, अच्छे रहन-सहन, अच्छी नौकरी के लिए आते हैं और दिल्ली की तीन करोड़ जनता के पानी के हक को भाजपा रोक देती है। उन्होंने कहा है कि हम दिल्ली की जनता को उनका हक दिला कर रहेंगे और भाजपा की नकारात्मक राजनीति को विफल करके रहेंगे। हम सुप्रीम कोर्ट से लेकर सड़क तक संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि गत 31 मई को दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अभूतपूर्व लू के चलते दिल्ली में पानी की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है। सुप्रीम कोर्ट में जाने से पहले दिल्ली सरकार ने हिमाचल प्रदेश सरकार से बात की थी। हिमाचल सरकार ने बताया था कि उनके पास 137 क्यूसेक अतिरिक्त पानी है जो वह दिल्ली सरकार को दे सकते हैं। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज के जरिए यह पानी दिल्ली के वजीराबाद बैराज तक आ सकता है। प्रियंका कक्कड़ के मुताबिक, इस बार मानसून देरी से आ रहा है और उम्मीद की जा रही है कि 30 जून तक मानसून दिल्ली पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि 3 जून को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सभी हितधारकों की एक बैठक हुई और उसके बाद 6 जून को सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी किया जिसमें हिमाचल प्रदेश से 137 क्यूसेक पानी दिल्ली को देने की बात की गई और हरियाणा सरकार को उसे बिना किसी रुकावट के दिल्ली तक पहुंचाना था। बस इतनी ही मांग थी और यही आदेश दिया गया था। आप नेता ने आरोप लगाया है कि हिमाचल का भेजा गया 137 क्यूसेक पानी तो हरियाणा ने रोक ही लिया और उसके साथ-साथ जो दिल्ली को दूसरे चैनल के जरिए 1,050 क्यूसेक पानी मिलता है उसमें भी 200 क्यूसेक पानी की कमी कर दी। उन्होंने कहा कि उनकी नकारात्मक राजनीति की वजह से भाजपा हरियाणा में ‘हाफ’ हो गई है और जल्द ही ‘साफ’ भी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोग अच्छे होते हैं। आप उनसे पानी मांगेंगे, वे आपको लस्सी भी देंगे। लेकिन यह हरियाणा की भाजपा सरकार हिमाचल प्रदेश से आने वाले पानी को भी रोक रही है और दूसरे चैनल से आने वाले पानी को भी काम कर दिया है। प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि उत्तर भारत में पानी का मुख्य स्रोत चेनाब, झेलम, सिंधु, रावी, व्यास और सतलुज नदियां हैं। इनसे पानी पूरे उत्तर भारत के अलग-अलग राज्यों में सप्लाई किया जाता है। उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल पर भी आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अगर चाहते तो हरियाणा और आप के बीच मध्यस्थता कर सकते थे और दिल्ली की जनता के लिए पानी पहुंचाया जा सकता था, लेकिन वह अपने आलाकमान भाजपा मुख्यालय के आदेश मान रहे हैं। उनका दिल्ली की जनता से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा, “बहुत कम समय की यह समस्या है। मेरी भाजपा से यही दरख्वास्त है कि दिल्ली के हक का पानी दिल्ली वालों के लिए रिलीज कर देना चाहिए।” –आईएएनएस पीकेटी/एकेजे

Haryana government, BJP doing politics on Delhi water crisis: Priyanka Kakkar

नई दिल्ली, 10 जून। दिल्ली में कई इलाकों में पानी का संकट हो गया है। टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है। इस पर राजनीति भी जमकर हो रही है। राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) हरियाणा सरकार और भाजपा पर यह आरोप लगा रही है कि हिमाचल प्रदेश पानी देने को तैयार है, लेकिन हरियाणा उसे दिल्ली तक नहीं पहुंचने दे रहा है। वहीं, भाजपा आप पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है।

आप की नेता प्रियंका कक्कड़ ने कहा है कि दिल्ली एक ऐसा राज्य है जहां देश भर से लोग अच्छी शिक्षा, अच्छे रहन-सहन, अच्छी नौकरी के लिए आते हैं और दिल्ली की तीन करोड़ जनता के पानी के हक को भाजपा रोक देती है। उन्होंने कहा है कि हम दिल्ली की जनता को उनका हक दिला कर रहेंगे और भाजपा की नकारात्मक राजनीति को विफल करके रहेंगे। हम सुप्रीम कोर्ट से लेकर सड़क तक संघर्ष करेंगे।

उन्होंने कहा कि गत 31 मई को दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अभूतपूर्व लू के चलते दिल्ली में पानी की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है। सुप्रीम कोर्ट में जाने से पहले दिल्ली सरकार ने हिमाचल प्रदेश सरकार से बात की थी। हिमाचल सरकार ने बताया था कि उनके पास 137 क्यूसेक अतिरिक्त पानी है जो वह दिल्ली सरकार को दे सकते हैं। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज के जरिए यह पानी दिल्ली के वजीराबाद बैराज तक आ सकता है।

प्रियंका कक्कड़ के मुताबिक, इस बार मानसून देरी से आ रहा है और उम्मीद की जा रही है कि 30 जून तक मानसून दिल्ली पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि 3 जून को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सभी हितधारकों की एक बैठक हुई और उसके बाद 6 जून को सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी किया जिसमें हिमाचल प्रदेश से 137 क्यूसेक पानी दिल्ली को देने की बात की गई और हरियाणा सरकार को उसे बिना किसी रुकावट के दिल्ली तक पहुंचाना था। बस इतनी ही मांग थी और यही आदेश दिया गया था।

आप नेता ने आरोप लगाया है कि हिमाचल का भेजा गया 137 क्यूसेक पानी तो हरियाणा ने रोक ही लिया और उसके साथ-साथ जो दिल्ली को दूसरे चैनल के जरिए 1,050 क्यूसेक पानी मिलता है उसमें भी 200 क्यूसेक पानी की कमी कर दी। उन्होंने कहा कि उनकी नकारात्मक राजनीति की वजह से भाजपा हरियाणा में ‘हाफ’ हो गई है और जल्द ही ‘साफ’ भी हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोग अच्छे होते हैं। आप उनसे पानी मांगेंगे, वे आपको लस्सी भी देंगे। लेकिन यह हरियाणा की भाजपा सरकार हिमाचल प्रदेश से आने वाले पानी को भी रोक रही है और दूसरे चैनल से आने वाले पानी को भी काम कर दिया है।

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि उत्तर भारत में पानी का मुख्य स्रोत चेनाब, झेलम, सिंधु, रावी, व्यास और सतलुज नदियां हैं। इनसे पानी पूरे उत्तर भारत के अलग-अलग राज्यों में सप्लाई किया जाता है। उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल पर भी आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अगर चाहते तो हरियाणा और आप के बीच मध्यस्थता कर सकते थे और दिल्ली की जनता के लिए पानी पहुंचाया जा सकता था, लेकिन वह अपने आलाकमान भाजपा मुख्यालय के आदेश मान रहे हैं। उनका दिल्ली की जनता से कोई सरोकार नहीं है।

उन्होंने कहा, “बहुत कम समय की यह समस्या है। मेरी भाजपा से यही दरख्वास्त है कि दिल्ली के हक का पानी दिल्ली वालों के लिए रिलीज कर देना चाहिए।”

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