चंडीगढ़
23वीं अखिल भारतीय पुलिस बैंड प्रतियोगिता आज पंचकूला के भानु में भारत-तिब्बत सीमा (आईटीबीपी) पुलिस बल के बुनियादी प्रशिक्षण केंद्र में शुरू हुई। इस आयोजन में केंद्रीय और राज्य पुलिस संगठनों के 1,500 से अधिक कर्मी भाग ले रहे हैं।
प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आईटीबीपी का देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से जुड़ा एक गौरवशाली इतिहास रहा है और जब भी आह्वान किया गया आईटीबीपी के जवानों ने सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है।
उन्होंने कहा कि आईटीबीपी ने विदेशों में सभी प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के अलावा देश की सुरक्षा के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं, आतंकवाद विरोधी और नक्सल विरोधी अभियानों में हमेशा सबसे आगे रहकर काम किया है।
महानिरीक्षक, आईटीबीपी, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, शस्त्र सीमा बल, रेलवे सुरक्षा बल और असम राइफल्स सहित 14 राज्यों, तीन केंद्र शासित प्रदेशों और छह केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 23 टीमें भाग ले रही हैं। ईश्वर सिंह दूहन ने कहा।
प्रतिभागियों में 114 महिला संगीतकार शामिल हैं। अखिल भारतीय पुलिस खेल नियंत्रण बोर्ड के तत्वावधान में आयोजित इस प्रतियोगिता में पहली बार महिलाएं भाग ले रही हैं। घटनाओं में पाइप बैंड, ब्रास बैंड, बिगुल कॉल और ऑर्केस्ट्रा शामिल हैं।