हरियाणा पुलिस ने बुधवार को बताया कि राज्यव्यापी पहल ‘ऑपरेशन क्रैकडाउन’ के तहत सोनीपत और कैथल जिलों से दो गंभीर मामलों में शामिल वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने बताया कि संगठित अपराध और फरार अपराधियों के खिलाफ एक सप्ताह पहले शुरू की गई इस पहल के तहत बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह 262 अपराधी और 1,398 अन्य आरोपियों को जेल भेजा गया।
हरियाणा पुलिस के एक बयान के अनुसार, 27 जुलाई की रात सोनीपत ज़िले में छुट्टी पर आए कृष्ण नाम के एक सीआरपीएफ़ जवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सदर गोहाना पुलिस ने इस मामले के दो मुख्य आरोपियों, निशांत और अजय, दोनों निवासी खेड़ी दमकन, को गिरफ़्तार कर लिया है, जिन पर 5,000 रुपये का इनाम था।
यह हत्या कांवड़ यात्रा के दौरान हुए झगड़े से शुरू हुई एक पुरानी रंजिश का नतीजा थी। बयान में कहा गया है कि इस मामले में तीन अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें कहा गया है कि गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों का आपराधिक इतिहास है और उनके खिलाफ हत्या के प्रयास तथा शस्त्र अधिनियम के उल्लंघन के कई मामले दर्ज हैं।
इसके अलावा, “ऑपरेशन ट्रैकडाउन” के तहत, कैथल पुलिस ने सेरधा गांव निवासी एक घोषित अपराधी (पीओ), हंसराज को गिरफ्तार किया, जो छेड़छाड़ के एक मामले में 2017 से फरार था। पुलिस के बयान में कहा गया है कि जमानत के बाद भी पेश न होने और भूमिगत रहने के कारण हंसराज को 6 अगस्त को अदालत ने पीओ घोषित कर दिया था।
जांच से पता चला कि आरोपी के खिलाफ कैथल, पानीपत, जींद और हिसार सहित विभिन्न जिलों में चोरी, छेड़छाड़, हत्या, डकैती, लूट और शस्त्र अधिनियम के उल्लंघन से संबंधित 15 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। बयान में कहा गया है कि ‘ऑपरेशन ट्रैकडाउन’ अपराध और अपराधियों के खिलाफ हरियाणा पुलिस का एक निर्णायक अभियान बनकर उभरा है।
उन्होंने कहा कि इस सघन अभियान से राज्य में संगठित अपराध नेटवर्क काफी कमजोर हुआ है तथा पुलिस में जनता का विश्वास मजबूत हुआ है।

