हरियाणा पुलिस प्रदेश में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और जिला पुलिस द्वारा प्रदेश में नशा तस्करों के गठजोड़ को तोड़ने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
इसी कड़ी में हरियाणा पुलिस ने 1 जनवरी 2024 से 30 नवंबर 2024 तक नशा तस्करों के खिलाफ 3051 मामले दर्ज कर 4652 आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा है।
इसके साथ ही आदतन अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए वर्ष 2024 में पीआईटी एनडीपीएस अधिनियम के तहत 63 ड्रग पेडलर्स के खिलाफ निवारक निरोध की कार्रवाई की गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये अपराधी फिर से मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल न हों।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने बताया कि हरियाणा पुलिस ने नशे की सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए प्रभावी रणनीति तैयार की है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में हरियाणा पुलिस ने 326 कमर्शियल क्वांटिटी मामले दर्ज किए थे, जबकि वर्ष 2024 में 411 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 841 बड़े नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
उन्होंने बताया कि मादक पदार्थ तस्करी से जुड़े बड़े मामलों में तेजी लाने के लिए फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) से रिपोर्ट प्राप्त करने की समय सीमा घटाकर 15 दिन कर दी गई है, जिससे न केवल मुकदमे में तेजी आएगी बल्कि सजा की दर बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए गांवों में 5150 ग्राम प्रहरी और वार्ड प्रहरी नियुक्त किए गए हैं।
ग्राम प्रहरी और वार्ड प्रहरी गांवों में नशा बेचने वालों पर नजर रखते हैं और नशे के आदी हो चुके लोगों को नशा छोड़ने में मदद करते हैं।
इसी प्रकार, नमक लोटा अभियान की सफलता के कारण इस वर्ष छोटी मात्रा के एनडीपीएस मामलों में पिछले वर्ष की तुलना में 15 प्रतिशत की कमी आई है। इस अभियान के तहत समुदाय को जागरूक किया गया तथा छोटे अपराधियों को नशा छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
सामुदायिक सहभागिता एवं जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख ओपी सिंह ने बताया कि नशा मुक्त हरियाणा अभियान के तहत लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित की गई।
इन कार्यक्रमों में सांस्कृतिक गतिविधियों, खेलकूद और संवाद सत्रों के माध्यम से लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया।
इसी तरह हरियाणा पुलिस ने राज्य में नशामुक्त भारत पखवाड़ा चलाया। नशामुक्त भारत पखवाड़ा के दौरान 15 दिनों में लाखों लोगों तक नशा विरोधी संदेश पहुंचाया गया।
इस पहल ने राष्ट्रीय स्तर पर राज्य के प्रयासों को मजबूती प्रदान की तथा व्यापक जन जागरूकता की नींव रखी। सिंह ने कहा कि नशे की लत को अपराध से अधिक स्वास्थ्य चुनौती मानते हुए हरियाणा पुलिस ने नशे के आदी लोगों के पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित किया।
राज्य में सर्वेक्षण कर नशे की लत में फंस चुके लोगों की पहचान कर उन्हें उपचार के लिए पुनर्वास केंद्रों में भेजा गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के साथ रणनीतिक योजना बनाकर नशे की लत में फंस चुके लोगों को इसके गर्त से बाहर आने में मदद की गई।
उन्होंने आंकड़े साझा करते हुए बताया कि राज्य में वर्ष 2024 में मादक पदार्थ तस्करी से संबंधित वाणिज्यिक मात्रा में 411, मध्यवर्ती मात्रा में 1808 तथा लघु मात्रा में 832 मामले दर्ज किए गए।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष हरियाणा पुलिस ने विभिन्न प्रकार के मामले दर्ज कर 28 किलो 148 ग्राम हेरोइन, 266 किलो 083 ग्राम चरस, 8552 किलो 088 ग्राम गांजा, 400 किलो 956 ग्राम अफीम, 382 किलो 277 ग्राम अफीम के पौधे, 15441 किलो 253 ग्राम भुक्की, 48436 नशीली दवाइयां, 3,11,776 नशीली कैप्सूल, 6,91,681 नशीली गोलियां, 12778 नशीले इंजेक्शन व अन्य नशीले पदार्थ बरामद किए हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। नशा हमारे देश और समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा है। इसका स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि वे अपने आसपास कहीं भी नशीले पदार्थ बिकते देखें तो तुरंत हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के टोल फ्री नंबर-9050891508 पर सूचना दें।