हिसार, 29 फरवरी चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) के गणित और सांख्यिकी विभाग को भारत के कॉपीराइट प्राधिकरण द्वारा सांख्यिकीय डेटा के विश्लेषण के लिए ऑनलाइन मॉड्यूल के विकास पर चार कॉपीराइट प्रदान किए गए हैं।
वैज्ञानिकों के लिए फायदेमंद सांख्यिकीय डेटा के विश्लेषण के लिए बनाए गए ऑनलाइन मॉड्यूल का उपयोग दुनिया भर में अनुसंधान डेटा का विश्लेषण करने के लिए किया जा सकता है, जो वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए फायदेमंद साबित होगा। – प्रोफेसर बीआर कंबोज, कुलपति, एचएयू
कुलपति प्रोफेसर बीआर कंबोज ने आज खुलासा किया कि मॉड्यूल संवैधानिक अनुसंधान के व्यावहारिक अनुप्रयोग का प्रदर्शन करके प्रजनन कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इस उपलब्धि पर वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए वीसी ने कहा कि सांख्यिकीय डेटा के लिए डिज़ाइन किए गए ऑनलाइन मॉड्यूल नवाचार को बढ़ावा देंगे, वैश्विक अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान देंगे और शोधकर्ताओं को भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाएंगे। प्रोफेसर कंबोज ने कहा, “सांख्यिकीय डेटा के विश्लेषण के लिए बनाए गए ऑनलाइन मॉड्यूल का उपयोग दुनिया भर में अनुसंधान डेटा का विश्लेषण करने के लिए किया जा सकता है, जो वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए फायदेमंद साबित होगा।”
कॉलेज ऑफ बेसिक साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज के डीन डॉ. नीरज कुमार ने कहा कि ऑनलाइन मॉड्यूल गणित और सांख्यिकी विभाग के डॉ. ओपी श्योराण और डॉ. विनय कुमार अहलावत द्वारा विकसित किए गए थे। उन्होंने कहा कि ये मॉड्यूल अनुसंधान डेटा के विश्लेषण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
गणित और सांख्यिकी विभाग के प्रमुख डॉ. ओपी श्योराण ने कहा कि ये मॉड्यूल क्लाइंट-सर्वर आर्किटेक्चर पर आधारित थे, जिसे एक्टिव सर्वर पेज और पायथन का उपयोग करके विकसित किया गया था।
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