पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने हरिके पत्तन में सतलुज और ब्यास नदियों के संगम का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को औद्योगिक अपशिष्ट जल को नदियों में छोड़ने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने इस बात पर जोर दिया कि नदियों में केवल स्वच्छ और प्राकृतिक जल ही प्रवाहित किया जाना चाहिए, क्योंकि प्रदूषण से न केवल जल की गुणवत्ता खराब हो रही है, बल्कि नदियों पर निर्भर जलीय जीवन और प्रवासी पक्षियों को भी खतरा हो रहा है।
राज्यपाल कटारिया ने हरिके पत्तन की प्राकृतिक सुंदरता पर प्रकाश डालते हुए सुझाव दिया कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने से दुनिया भर के पर्यटक आकर्षित हो सकते हैं। उन्होंने पर्यटकों के लिए आवश्यक सुविधाओं के विकास का आग्रह किया ताकि पर्यटन का अनुभव बढ़ाया जा सके और प्रवासी पक्षियों के वार्षिक आगमन को बढ़ाने के प्रयासों का आह्वान किया, जो क्षेत्र के प्राकृतिक आकर्षण को बढ़ाते हैं और प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करते हैं।
राज्यपाल कटारिया ने वन विभाग के संग्रहालय का भी दौरा किया तथा वहां प्रदर्शित सुन्दर कलाकृतियों और फोटोग्राफों की सराहना की।
इस अवसर पर डिवीजनल कमिश्नर फिरोजपुर अरुण सेखड़ी, डिप्टी कमिश्नर दीपशिखा शर्मा, डीआईजी फिरोजपुर रेंज रणजीत सिंह ढिल्लों, एसएसपी सौम्या मिश्रा, एसडीएम जीरा गुरमीत सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।