क्षय रोग (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम में तेजी लाने के लिए आज राज्य टीबी फोरम की बैठक आयोजित की गई। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने कहा कि राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम वर्तमान में राज्य स्वास्थ्य विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है और इसके लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों और विभागों को मिलकर काम करना होगा।
उन्होंने कहा कि टीबी उन्मूलन की जिम्मेदारी केवल स्वास्थ्य विभाग पर ही नहीं है, अन्य विभागों की सक्रिय भागीदारी भी उतनी ही आवश्यक है। उन्होंने टीबी के मामलों की समय पर पहचान और जांच में तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्तर पर जागरूकता बढ़ाना और मरीजों को सामाजिक-भावनात्मक सहायता प्रदान करना महत्वपूर्ण है।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. कुलदीप सिंह ने बैठक के दौरान मंच का अवलोकन प्रस्तुत किया। मिशन निदेशक (एनएचएम), डॉ. रिपुदमन सिंह ने नए ‘निक्षय मित्र’ जोड़ने पर ज़ोर दिया ताकि इलाज करा रहे प्रत्येक मरीज़ को पोषण, भावनात्मक और सामाजिक सहयोग मिल सके।
राज्य भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) से ‘निक्षय मित्र’ पहल के तहत मरीजों को पोषण किट उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया। आईएमए ने प्रत्येक जिले में 50 से 100 टीबी मरीजों को गोद लेने का आश्वासन दिया।