बिहार के मुजफ्फरपुर में एक 9 वर्षीय बच्ची के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म और उसकी मौत का मामला अब तूल पकड़ लिया है। विपक्ष के हमलावर होने के बाद राज्य सरकार सजग हुई है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) में पीड़ित के कथित तौर पर इलाज में कोताही बरतने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मैं पटना के बाहर था, कल (सोमवार) की शाम लौटा हूं और इस मामले की जानकारी ली।” उन्होंने कहा कि घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की। इस मामले में मुख्य आरोपी गिरफ्तार किया गया है। मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भी कहा कि 15 दिनों के अंदर आरोप पत्र अदालत में दाखिल कर दिया जाएगा और स्पीडी ट्रायल कर दोषी को सजा दिलाई जाएगी।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि पीड़िता का मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में इलाज किया गया, जिसके बाद उसका पटना के पीएमसीएच में इलाज किया गया। इसके बावजूद अगर कोई विषय निकलकर आया है तो उसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जैसे ही सोमवार को पटना लौटा, लौटने के साथ ही अपने अधिकारियों के साथ पूरी बात की और पूरे मामले को समझा।
इसके बाद तुरंत तीनों डायरेक्टर इन चीफ के नेतृत्व में जांच दल गठित करने और एसकेएमसीएच और पीएमसीएच में पीड़िता के इलाज को लेकर पूरी जानकारी जुटाने और जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें सारी फैक्ट फाइंडिंग हो और रिपोर्ट तुरंत विभाग को उपलब्ध कराई जाए। उसके आधार पर जो दोषी होगा, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि मुजफ्फरपुर में दुष्कर्म के बाद जीवन के लिए संघर्ष कर रही एक मासूम बच्ची की रविवार को सरकारी अस्पताल में मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि नाबालिग के साथ 26 मई को मुजफ्फरपुर स्थित उसके गांव में दुष्कर्म किया गया था, जिसके बाद शनिवार को गंभीर हालत में पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई थी। सोमवार को बिहार युवा कांग्रेस ने इस घटना के विरोध में पटना में हल्लाबोल मार्च निकाला था।