हेग, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) ने गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई रोकने के दक्षिण अफ्रीका के आवेदन पर गुरुवार को दो दिवसीय सुनवाई शुरू की।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, नीदरलैंड में दक्षिण अफ्रीका के राजदूत वुसिमुजी मैडोनसेला ने जजों को बताया कि उनके देश ने दोबारा आईसीजे का दरवाजा खटखटाया है क्योंकि “फिलिस्तीनी लोगों का विनाश जारी है, 35 हजार लोग मारे गये हैं और गाजा के अधिकांश हिस्से मलबे में तबदील हो चुके हैं”।
उन्होंने कहा कि इजरायल फिलिस्तीनियों की जान को जान नहीं समझ रहा है और इसलिए “फिलिस्तीनी लोगों के बुनियादी अधिकारों” की रक्षा के लिए उनका देश लगातार अपील कर रहा है।
दक्षिण अफ्रीका ने पिछले साल 29 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इसके बाद उसने इस साल फरवरी और मार्च में भी अतिरिक्त कदम उठाने की मांग के साथ आईसीजे का रुख किया।
मौजूदा अनुरोध में राजदूत मैडोनसेला ने राफा समेत “गाजा में बदतर होती स्थिति” को रेखांकित किया है और पूरी गाजा पट्टी से इजरायली सेना की वापसी का आदेश जारी करने की मांग की है। साथ ही दक्षिण अफ्रीका ने इजरायल से गाजा में संयुक्त राष्ट्र और मानवीय सहायता एजेंसियों के लिए निर्बाध पहुंच की भी मांग की है।
इजरायल को शुक्रवार को उसका पक्ष रखने का मौका मिलेगा। मामले में फैसला आने वाले सप्ताहों में सुनाये जाने की उम्मीद है।
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