शिमला, 28 अगस्त मानसून सत्र के पहले दिन विधानसभा में किसान आंदोलन पर मंडी की सांसद कंगना रनौत की टिप्पणी गूंजने पर सदन में आज सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच नारेबाजी और तीखी नोकझोंक हुई।
संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कंगना की टिप्पणी की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने कहा, “कंगना की टिप्पणी पूरे देश के किसानों का अपमान है। विपक्ष सदन से चला गया है, लेकिन हम इस मुद्दे पर भाजपा का रुख जानना चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि भाजपा ने भी यह कहकर उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया है कि वह बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं।
चौहान ने कहा कि किसानों को बलात्कारी और आतंकवादी कहना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, “सदन को इस पर बहस करनी चाहिए और पूरे देश का पेट भरने वाले किसानों के खिलाफ इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणियों की निंदा करनी चाहिए।” विपक्ष के सदन से वॉकआउट करने के बाद वापस लौटने पर उन्होंने कंगना की टिप्पणी पर भाजपा का रुख जानना चाहा।
भाजपा विधायकों ने सदन में इस मुद्दे को उठाए जाने पर आपत्ति जताई तो सत्ताधारी पार्टी के विधायक भी खड़े हो गए। स्पीकर ने जब दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश की तो नारेबाजी भी हुई।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि सदन मंडी के सांसद की आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा करता है। उन्होंने कहा, “वे (विपक्ष) भी भाजपा नेतृत्व का हिस्सा हैं, इसलिए वे भाजपा नेतृत्व के रुख से सहमत हैं।” विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने कहा कि जो व्यक्ति सदन में अपना बचाव नहीं कर सकता, उस पर बहस नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी ने इस मुद्दे की निंदा की है, इसलिए इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और न ही इसे सदन में उठाया जाना चाहिए।”
राजस्व मंत्री जगत नेगी ने कहा कि उनकी बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी से राज्य में कानून-व्यवस्था की गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा, “बल्कि, मैं सीएम से अनुरोध करता हूं कि वे मंडी सांसद के खिलाफ मामला दर्ज करवाएं ताकि किसानों का अपमान करने के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति न बने।”
कंगना की टिप्पणी के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव का समर्थन करते हुए ठियोग विधायक कुलदीप राठौर ने कहा कि आंदोलन में 700 किसानों की जान जा चुकी है। राठौर ने कहा, “विपक्ष की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि वे भी किसानों पर कंगना की टिप्पणी का समर्थन करते हैं।”
सीएम से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि मंडी सांसद के खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाए ताकि किसानों का अपमान करने के बाद राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति न बने। – जगत नेगी, राजस्व मंत्री