भोपाल, मध्य प्रदेश के बाढ़ प्रभावित हरदा जिले में बच्चों और महिलाओं समेत कम से कम 200 लोगों का रेस्क्यू किया गया और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। मंगलवार से लगातार हो रही भारी बारिश से जिले में बाढ़ आ गई और 70 से ज्यादा घर जलमग्न हो गए।
मंचा नदी के ओवरफ्लो होने से भोपाल-बैतूल को जोड़ने वाला हाईवे बंद कर दिया गया।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बुधवार को कहा कि बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए कई टीमों को तैनात किया गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय कार्यालय ने पहले ही चेतावनी जारी की थी कि हरदा जिले में भारी बारिश होगी। स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों को एक दिन के लिए बंद करने का आदेश दिया है।
आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में बैतूल जिले में 140 मिमी, पचमढ़ी में 111 मिमी, खंडवा में 68 मिमी, सिवनी में 58 मिमी बारिश हुई है। विभाग ने रायसेन, भोपाल, नीमच, नरसिंहपुर, बालाघाट और मंडला जैसे जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। ।
वहीं, आईएमडी ने हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, नर्मदापुरम, देवास, खरगोन, बड़वानी और कुछ अन्य जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश में पिछले एक-डेढ़ महीने में बिजली गिरने से कम से कम 47 लोगों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 111 पहुंच गई।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के अनुसार, 11 और 12 जुलाई को दो दिनों में अकेले राज्य की राजधानी भोपाल में लगभग 7,000 आकाशीय बिजली गिरने की सूचना है।
Leave feedback about this