पिछले कई दिनों से धर्मशाला, मैक्लोडगंज और आसपास के इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश ने क्षेत्र के पर्यटन उद्योग को पूरी तरह से ठप कर दिया है। खराब मौसम के कारण बड़े पैमाने पर होटलों में बुकिंग रद्द हुई है, होटलों की बुकिंग में भारी गिरावट आई है और भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। जो पर्यटन का चरम सीजन माना जा रहा था, वह व्यवसायों के लिए संकट का दौर बन गया है। स्थानीय होटल एसोसिएशन के अनुसार, मैक्लोडगंज में होटलों में बुकिंग लगभग 70 प्रतिशत तक कम हो गई है। इसके मुख्य कारण भूस्खलन, सड़क अवरोध और बिगड़ते मौसम हैं।
मैक्लोडगंज होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल धीमान ने कहा, “दिल्ली, हरियाणा और अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों ने अपनी यात्रा की योजना रद्द कर दी है। पंजाब के आस-पास के इलाकों से कुछ ही पर्यटक आ रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “कांगड़ा हवाई अड्डे पर उड़ानें भी कम कर दी गई हैं। इसका असर टैक्सियों से लेकर खाने-पीने की दुकानों तक, हर क्षेत्र पर पड़ा है।”
धीमान ने कहा कि गर्मियों के महीनों की कमाई से ऑफ-सीज़न में पर्यटन व्यवसाय चलता रहता है। उन्होंने आगे कहा, “लेकिन इस साल लगातार बारिश ने गंभीर झटका दिया है।”
धर्मशाला और मैक्लोडगंज के चहल-पहल वाले बाज़ार, जो आमतौर पर पर्यटकों से भरे रहते थे, इन दिनों वीरान पड़े हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि लोगों की संख्या में भारी गिरावट आई है क्योंकि लोग घरों के अंदर ही रहना पसंद कर रहे हैं।
धर्मशाला के सिविल लाइंस इलाके में एक फ़ूड जॉइंट सुपरवाइज़र संदीप कुमार ने कहा, “सड़कें सुनसान हैं और कारोबार में भारी गिरावट आई है।” उन्होंने कहा, “अगर यही हाल रहा, तो पूरा सीज़न ही बर्बाद हो सकता है।”
धर्मशाला के निकट एक प्रमुख तीर्थस्थल, माता चामुंडा देवी मंदिर में सावन के पवित्र महीने में दर्शनार्थियों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है। मंदिर के पास के स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालु भी ज़्यादातर धार्मिक लंगरों में ही हिस्सा ले रहे हैं, जिससे दुकानों और लॉज का कारोबार बहुत कम हो रहा है।