नई दिल्ली, 30 अप्रैल । भाजपा ने दिल्ली में मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय की टिप्पणी को केजरीवाल सरकार के लिए शर्मनाक बताया है। इसके साथ ही दिल्ली के इतिहास का काला दिन बताते हुए जनहित में केजरीवाल से इस्तीफा देने की मांग की है।
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने हाईकोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज दिल्ली के इतिहास का काला दिन है। दिल्ली उच्च न्यायालय की आज की टिप्पणियों के बाद अरविंद केजरीवाल एवं सौरभ भारद्वाज को पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम स्कूलों में अव्यवस्था से जुड़े मामले पर सुनवाई कर रही उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने तीन दिन में दूसरी बार ना सिर्फ दिल्ली सरकार एवं दिल्ली नगर निगम को फटकार लगाई है, बल्कि नगर निगम के स्कूलों में अव्यवस्था के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं उनके मंत्री सौरभ भारद्वाज को दोषी मानते हुए उनके व्यवहार पर कड़ी टिपण्णी की।
उन्होंने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय की खंडपीठ का कहना है कि दिल्ली जैसी व्यस्त राजधानी में मुख्यमंत्री का पद कोई औपचारिक पद नहीं है, यह ऐसा पद है, जहां कार्यालय धारक को 24×7 उपलब्ध रहना होता है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को न्यायपालिका का संदेश है कि वह जनहित में इस्तीफा दें। अब यह स्पष्ट है कि अरविंद केजरीवाल एवं आम आदमी पार्टी की हठधर्मिता के कारण दिल्ली नगर निगम के विकास एवं रखरखाव कार्य ठप हो गए हैं। आम आदमी पार्टी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति का चुनाव करवाए या जनविरोध का सामना करने को तैयार रहे।