मोगा सिविल अस्पताल के दवा स्टोर से लगभग 7 लाख रुपये मूल्य के ब्यूप्रेनॉर्फिन इंजेक्शन चोरी होने का मामला सामने आया है। चोरी का पता तब चला जब अस्पताल प्रशासन को पता चला कि स्टॉक रूम से बड़ी मात्रा में ये उच्च जोखिम वाली दवाएँ गायब हैं।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, अज्ञात बदमाशों ने अस्पताल के दवा भंडार का ताला तोड़कर नारकोटिक ग्रेड ब्यूप्रेनॉर्फिन इंजेक्शन चुरा लिए। दर्द निवारक और नशामुक्ति के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इस दवा का इस्तेमाल आमतौर पर नशेड़ी हेरोइन और अन्य नशीले पदार्थों के विकल्प के रूप में भी करते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि चोरी रात के समय हुई होगी। हैरानी की बात यह है कि उस समय स्टोर के पास कोई सुरक्षा गार्ड या सीसीटीवी निगरानी प्रणाली सक्रिय नहीं थी। इससे अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था में ढिलाई और लापरवाही पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
चोरी का पता चलते ही वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ) डॉ. संदीप कुमार और अन्य अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया और तुरंत पुलिस को सूचित किया। मोगा के सिटी पुलिस स्टेशन से एक टीम अस्पताल पहुँची और जाँच शुरू की।
अधिकारियों को संदेह है कि चोरी की गई दवाओं को स्थानीय अवैध दवा बाज़ार में भेजा गया होगा, क्योंकि नशेड़ियों के बीच ब्यूप्रेनॉर्फिन की भारी माँग है। पुलिस आस-पास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज की जाँच कर रही है और अस्पताल के कर्मचारियों से पूछताछ शुरू कर दी है।
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस घटना की आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि बिना किसी चेतावनी के इतनी बड़ी मात्रा में नियंत्रित दवाएं कैसे चोरी हो गईं।