हमीरपुर, 22 अगस्त बिजली आपूर्ति लाइनें जिले में मौत का जाल बन गई हैं और पिछले एक महीने में चार लोगों की जान ले चुकी हैं। दो दिन पहले एक 14 वर्षीय नेपाली लड़की की मौत हो गई, जब वह अपने घर की छत के ऊपर से गुजर रही हाई-टेंशन बिजली ट्रांसमिशन लाइनों के संपर्क में आई। शहर से दो एचटी लाइनें गुजरती हैं और कई लोगों ने इन तारों के नीचे घर बना लिए थे। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कल बताया कि जिले में अलग-अलग स्थानों पर बिजली का झटका लगने से तीन और लोगों की मौत हो गई।
कस्बे में एक घर के पास हाईटेंशन बिजली के तार। कस्बे के वार्ड नंबर 2 के राकेश कुमार ने बताया कि बरसात के मौसम में छतों के गीले रहने और टूटी हुई बिजली की तारों के छतों पर गिरने से विद्युत चुंबकीय क्षेत्र में फंसने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि बिजली की तारों के नीचे बहुमंजिला इमारतों के निर्माण से भी समस्या और बढ़ जाती है।
दो दिन पहले 14 वर्षीय लड़की की बिजली से मौत दो दिन पहले एक 14 वर्षीय नेपाली लड़की की मौत हो गई, जब वह अपने घर की छत के ऊपर से गुजर रही हाई-टेंशन बिजली की तारों की चपेट में आ गई। पिछले एक महीने में इन तारों ने चार लोगों की जान ले ली है।
इस बीच, पुलिस विभाग और हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के अधिकारियों ने लड़की की मौत के बाद एक आपातकालीन बैठक बुलाई और शहर में संवेदनशील और संवेदनशील स्थानों की पहचान करने का फैसला किया। बैठक में पुलिस अधीक्षक भगत सिंह ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश शर्मा, एसडीएम मनीष सोनी, नगर समिति के कार्यकारी अधिकारी अजमेर सिंह, एचपीएसईबी के कार्यकारी अभियंता एनपी अबरोल और एचपीएसईबी के एसडीओ सौरभ राय मौजूद थे।
एक्सईएन एनपी अबरोल ने बताया कि संवेदनशील इमारतों और स्थानों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई शुरू करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि इमारत मालिकों को सुरक्षा उपाय सुझाए जाएंगे ताकि ऐसी दुर्घटनाओं को टाला जा सके। अजमेर ठाकुर ने कहा कि इमारत मालिकों को शहर में इमारतें बनाते समय नियमों का पालन करना चाहिए।
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