मंगलवार को मंत्रिमंडल ने 100 सीबीएसई विद्यालयों के लिए एक समर्पित उप-कैडर के गठन को मंजूरी दी, जिसमें भर्ती, प्रशिक्षण, कार्यकाल और प्रदर्शन मूल्यांकन के लिए स्पष्ट रूप से परिभाषित मानदंड होंगे। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने की।
मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के दायरे को विस्तारित करने का निर्णय लिया है, जिसमें धर्मशाला के टोंग-लेन स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे और साथ ही ऐसे बच्चे शामिल हैं जिनके माता-पिता में से कोई एक या दोनों 70% या उससे अधिक विकलांग हैं। इसके अलावा, मंत्रिमंडल ने उन बच्चों को भी योजना में शामिल करने की मंजूरी दी है जिनके माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु हो गई है और दूसरे ने उन्हें छोड़ दिया है।
हिमाचल-चंडीगढ़ सीमा पर स्थित बद्दी क्षेत्र के शीतलपुर में 3,400 बीघा सरकारी और निजी भूमि का उपयोग करते हुए विश्व स्तरीय टाउनशिप विकसित करने की मंजूरी दे दी गई है। टाउनशिप में आधुनिक बुनियादी ढांचा और सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मंत्रिमंडल ने बिलासपुर जिले के घुमारविन में पीपीपी मॉडल के तहत बहुविषयक नवाचार, कौशल, प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और अनुसंधान संस्थान (एमआईआईएसTER) की स्थापना को भी मंजूरी दी, जिसका उद्देश्य डिजिटल रूप से कुशल और उद्यमी कार्यबल को बढ़ावा देना है।
पीईएचईएल (आजीविका के लिए हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र में पशुपालकों को रोजगार) के तहत एक परियोजना प्रस्ताव को लचीली आजीविका का समर्थन करने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, पशुपालन प्रथाओं का आधुनिकीकरण करने, स्वदेशी नस्लों का संरक्षण करने और छोटे पशुपालकों के लिए बाजार संबंधों और मूल्यवर्धन में सुधार करने के लिए मंजूरी दी गई थी।
हिमाचल प्रदेश आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं तैयारी परियोजना को मंजूरी दी गई, जिसे फ्रांसीसी विकास एजेंसी के सहयोग से पांच वर्षों में कार्यान्वित किया जाएगा और इसके लिए 892 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। मंत्रिमंडल ने शिक्षा विभाग में अनुकंपा के आधार पर 28 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करने को भी मंजूरी दी।
नाहन, नालागढ़, मोहल और रोहरू में दूध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करने, जलारी (हमीरपुर) में एक दूध शीतलन केंद्र, झालेरा (ऊना) में एक थोक दूध कूलर और करसोग और पांगी में इसी तरह के बुनियादी ढांचे स्थापित करने के लिए मंजूरी दे दी गई है, जिसे मिल्कफेड और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा।
स्वास्थ्य क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए मंत्रिमंडल ने राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में सहायक प्रोफेसरों के 53 पद, स्टाफ नर्सों के 600 पद और विभिन्न श्रेणियों में 121 पद भरने को मंजूरी दी। ग्रामीण विकास विभाग में ब्लॉक विकास अधिकारी के 10 पदों को भरने की भी मंजूरी दी गई। मंत्रिमंडल ने हिमाचल प्रदेश भूमि संरक्षण अधिनियम, 1978 में संशोधन को मंजूरी दी, जिससे सक्षम प्राधिकारी से मंजूरी के साथ प्राकृतिक आपदाओं, बीमारी या कीटों के संक्रमण से प्रभावित सूखे चीड़ (पाइन) के पेड़ों की विनियमित कटाई संभव हो सकेगी।


Leave feedback about this