धर्मशाला, 1 जुलाई मुख्यमंत्री सुखविंदर सुखू ने देहरा विधानसभा क्षेत्र में बनेर और ब्यास नदी के किनारे रहने वाले लोगों से संपर्क साधने की कोशिश की। धार पंचायत से शुरू होकर वे भटेर, मसरूर और धंगेर पंचायतों में पहुंचे और वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया। उन्होंने लोगों को राज्य में हुए हालिया घटनाक्रमों के बारे में विस्तार से बताया, जिसके कारण यह उपचुनाव जरूरी हो गया। उन्होंने होशियार सिंह पर अपनी सरकार गिराने की कोशिश में कथित तौर पर शामिल होने का आरोप लगाते हुए मतदाताओं से उन्हें सबक सिखाने की अपील की।
धनगर में संक्षिप्त मध्याह्न भोजन सत्र के बाद मुख्यमंत्री बिलासपुर और सकरी पंचायतों की ओर रवाना हुए, जहां उन्होंने उपस्थित लोगों को अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया, जैसे अनाथ बच्चों को ‘राज्य के बच्चे’ का दर्जा मिलना, 18 वर्ष से अधिक आयु की प्रत्येक महिला को 1,500 रुपये प्रतिमाह देना तथा पिछले वर्ष बरसात के मौसम में बाढ़ से हुई तबाही से निपटने में उनकी सरकार द्वारा निभाई गई सक्रिय भूमिका।
देहरा कस्बे के पास लोअर सुनहेत और सुनहेत पंचायतों में शाम के समय होशियार सिंह ने लोगों को निशाने पर लिया। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि जब उनकी सरकार सत्ता में आई थी, तब राज्य में पैसे नहीं बचे थे और कर्ज 75,000 करोड़ रुपये का था। उन्होंने 2,200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वार्षिक राजस्व संग्रह बढ़ाने में अपनी सरकार की भूमिका के बारे में बात की।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने दयाल, धजग और हर्र पंचायतों में सभाओं को संबोधित किया, जहां उन्होंने फिर से अपनी सरकार द्वारा लिए गए मजबूत वित्तीय निर्णयों के बारे में बात की। उन्होंने देहरा के लोगों को भरोसा दिलाया कि सोच-समझकर वोट देने से क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हो सकता है। राजनीतिक मैराथन नलेटी पंचायत तक जारी रही, जहां लोगों ने उन्हें धैर्यपूर्वक सुना।