शिमला, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रविवार को राज्य के आपदा प्रभावित लोगों की सहायता के उद्देश्य से एक डिजिटल प्लेटफार्म को शुरू करते हुए आपदा राहत कोष-2023 वेबसाइट लॉन्च की। इस दौरान सीएम ने यह भी कहा कि राज्य ने 50 वर्षों में सबसे भीषण आपदा का सामना किया।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, दानी व्यक्ति डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, क्यूआर कोड और यूपीआई जैसी विभिन्न भुगतान विधियों का उपयोग करके कहीं से भी इस आपदा राहत कोष-2023 में धन दान कर सकते हैं।
लॉन्च के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की भयावहता बहुत बड़ी है और देश-विदेश के लोगों ने सहायता की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस सहायता को सुविधाजनक बनाने के लिए डिजिटल टेक्नोलॉजी और शासन विभाग ने एक पारदर्शी वेब लिंक विकसित किया है, जहां कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन दान कर सकता है और अपने मोबाइल डिवाइस पर रसीद प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि निर्बाध लेनदेन सुनिश्चित करने के लिए इस प्रणाली को कई भुगतान गेटवे के साथ एकीकृत किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले कुछ दिनों के भीतर विदेशी दानदाताओं से ऑनलाइन दान को सक्षम करने की तैयारी चल रही है।
सीएम ने देशभर के कर्मचारी संगठनों और व्यक्तियों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने पहले ही आपदा राहत कोष- 2023 में योगदान दिया है। सीएम ने आगे कहा कि उन्होंने खुद और उनके कैबिनेट सहयोगियों, सभी कांग्रेस विधायकों ने इस उद्देश्य के लिए अपना एक महीने का वेतन दान करने का फैसला किया है।
स्थिति की गंभीरता बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को अभूतपूर्व बारिश के कारण भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है, जो राज्य में 50 वर्षों में सबसे बड़ी आपदा है। सीएम ने सभी से राज्य को तबाही से उबरने में मदद करने के लिए अधिकतम वित्तीय सहायता देने का आह्वान किया है।
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