मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने बुधवार को घर-आधारित उपशामक देखभाल पहल का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य कैंसर रोगियों और अन्य असाध्य रूप से बीमार व्यक्तियों को चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करना है, जो अस्पताल नहीं जा सकते।
मुख्यमंत्री ने एक वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसमें एक समर्पित टीम शामिल है जिसमें एक प्रशामक देखभाल-प्रशिक्षित डॉक्टर, एक समाजशास्त्री और एक नर्स शामिल हैं। यह टीम आईजीएमसी शिमला के रेडियोथेरेपी और ऑन्कोलॉजी विभाग में स्थापित दर्द और प्रशामक सेल के तहत करुणामय देखभाल प्रदान करेगी। यह पहल सिप्ला फाउंडेशन और कैनसपोर्ट इंडिया के सहयोग से की गई है।
सुखू ने कहा, “यह सुलभ और दयालु स्वास्थ्य सेवा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। टीम रोगियों की चिकित्सा, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं को संबोधित करने के लिए IGMC के चिकित्सकों के साथ मिलकर काम करेगी, जिससे उनकी भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण सुनिश्चित होगा।”
मरीजों को दवाइयां और ड्रेसिंग किट मुफ्त में मिलेंगी और यह सेवा शुरू में आईजीएमसी शिमला के 40 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को मिलेगी। सुखू ने कहा कि यह कार्यक्रम गंभीर रूप से बीमार मरीजों को उनके घरों में विशेष देखभाल और आराम देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।