शिमला, 16 जुलाई मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज कहा कि वह कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे तथा हिमाचल के वैध अधिकारों को लेकर आवाज उठाएंगे, जिसमें पिछली भाजपा सरकार द्वारा हस्ताक्षरित जल विद्युत परियोजनाओं में उच्च रॉयल्टी भी शामिल है।
आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार जलविद्युत परियोजनाओं के लिए समझौते पर हस्ताक्षर करते समय हिमाचल के हितों की रक्षा करने में विफल रही। उन्होंने कहा कि वह हिमाचल से संबंधित सभी मुद्दों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष उठाएंगे। सुखू ने कहा, “पिछली भाजपा सरकार ने सरकार के हितों के खिलाफ बिजली परियोजनाओं में राज्य को मिलने वाली 12 प्रतिशत मुफ्त रॉयल्टी को छोड़ दिया था।”
सुखू ने कहा, ”हम अभी भी भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) से 4,300 करोड़ रुपये और आपदा के बाद की आवश्यकता के आकलन (पीडीएनए) के अनुसार 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के अनुदान का इंतजार कर रहे हैं, जो हमारा वैध अधिकार है।” उन्होंने कहा कि वे इन सभी मुद्दों को प्रधानमंत्री के समक्ष उठाएंगे।
सुखू ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए रची गई राजनीतिक साजिश के लिए जय राम ठाकुर जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, “मतदाताओं के फैसले ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि दल-बदल करने वालों को नकार दिया जाएगा। लोग चाहते हैं कि उनके द्वारा चुनी गई सरकार अपना कार्यकाल पूरा करे और उन्होंने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों को खारिज कर दिया है।”
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट बैंक 14 प्रतिशत बढ़ा है, हालांकि हम चारों संसदीय सीटें हार गए। उन्होंने कहा, “हार के पीछे कुछ कारण रहे होंगे, जिस पर एआईसीसी कमेटी विचार करेगी। हमने अच्छे उम्मीदवार दिए और अच्छी टक्कर दी।” उन्होंने लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने में देरी से इनकार किया।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, “तीनों निर्दलीय विधायकों को जनता के सामने यह बताना चाहिए कि विधानसभा से इस्तीफा देने और उपचुनाव कराने के पीछे उनके क्या कारण थे।”