शिमला, 20 नवंबर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज महिलाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यह बात यहां सुनील उपाध्याय एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा ‘महिला सशक्तिकरण-भारतीय परिप्रेक्ष्य’ विषय पर आयोजित सेमिनार में कही।
राज्यपाल ने कहा, “ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं की तुलना में शहरी क्षेत्रों में अधिक महिलाएं कार्यरत हैं। आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय शहरों में लगभग 30 प्रतिशत महिलाएं सॉफ्टवेयर उद्योग में काम करती हैं, जबकि लगभग 90 प्रतिशत ग्रामीण महिलाएं दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करती हैं, मुख्य रूप से कृषि और संबंधित क्षेत्रों में।
उन्होंने कहा, “हमारा देश तेजी से प्रगति कर रहा है लेकिन हम लैंगिक असमानताओं पर रोक लगाकर और यह सुनिश्चित करके ही विकास की गति को बनाए रख सकते हैं कि महिलाएं शिक्षित हों और उन्हें पुरुषों के समान वेतन दिया जाए।”
उन्होंने कहा, ”नारी शक्ति वंदन अधिनियम महिला सशक्तिकरण और सामाजिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। केंद्र ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मनरेगा, सर्व शिक्षा अभियान और जननी सुरक्षा योजना जैसी कई अन्य योजनाएं शुरू की हैं।