स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल ने आज यहाँ हिमाचल प्रदेश दंत महाविद्यालय, शिमला की रोगी कल्याण समिति की शासी निकाय की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए 200 डॉक्टरों और 400 नर्सों के पद भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ सुनिश्चित करने के लिए नौ जिलों के आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में 28 डायलिसिस केंद्र स्वीकृत किए गए हैं।
डेंटल कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भारी कमी को ध्यान में रखते हुए शासी परिषद से रोगी कल्याण समिति के माध्यम से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को आउटसोर्स या नियुक्त करने की स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया गया।
शांडिल ने कहा कि नई तकनीक और प्रौद्योगिकी के आगमन से लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ मिल रही हैं। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य सुविधाओं में, खासकर ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में, काफी सुधार हुआ है।” मंत्री ने दंत चिकित्सा सेवाओं को सुव्यवस्थित करने पर भी ज़ोर दिया।
बैठक में विधायक हरीश जनारथा, सचिव स्वास्थ्य एम सुधा देवी, विशेष सचिव स्वास्थ्य अश्वनी शर्मा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान डॉ राकेश शर्मा, निदेशक दंत स्वास्थ्य सेवाएं डॉ सतीश चौधरी, प्रधानाचार्य हिमाचल प्रदेश राजकीय दंत महाविद्यालय एवं अस्पताल डॉ आशु गुप्ता तथा रोगी कल्याण समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।