खराब स्वास्थ्य के कारण करीब 10 दिनों तक आराम करने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज चुनावी राज्य हरियाणा में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। सुक्खू 10 दिनों तक अपने आवास तक ही सीमित रहे, लेकिन सरकारी कामकाज निपटाया और मंत्रियों, विधायकों तथा अधिकारियों से मुलाकात की।
सुक्खू को 23 सितंबर को अचानक बीमार होने के कारण जम्मू-कश्मीर का अपना दौरा रद्द करना पड़ा था। हरियाणा में चुनाव प्रचार के बाद उनके नई दिल्ली रवाना होने की संभावना है।
हरियाणा रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा झूठे दावे करके हरियाणा के मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश कर रही है कि कांग्रेस ने 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले हिमाचल के लोगों से जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा, “हमने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को बहाल करने की पहली गारंटी पहले ही पूरी कर दी है।”
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने मक्के के लिए 30 रुपये और जैविक खेती के लिए 40 रुपये प्रति किलो न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दिया है। उन्होंने दावा किया, “अगर मेरी सरकार ने अच्छा काम नहीं किया होता, तो राज्य के लोग नौ विधानसभा सीटों में से छह सीटें, जिन पर उपचुनाव हुए, कांग्रेस को नहीं देते।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं है और सभी धर्मों, क्षेत्रों, जातियों और समुदायों के लोग शांति और सद्भाव के साथ रह रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया, “कुछ लोगों द्वारा सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देकर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश करना पूरी तरह से गलत है।”