राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने सोमवार को यहां अम्बेडकर चौक, चौड़ा मैदान में भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि संविधान निर्माता होने के अलावा अंबेडकर ने सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए भी अथक प्रयास किए और गरीबों, शोषितों और वंचितों की बेहतरी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने समानता, भाईचारे और एकता के अंबेडकर के दृष्टिकोण को प्रचारित करने के महत्व पर जोर दिया, खासकर सामाजिक भेदभाव से निपटने में।
इस अवसर पर विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री (कर्नल) धनी राम शांडिल, शिमला नगर निगम के महापौर सुरेन्द्र चौहान और अन्य भी उपस्थित थे।
ठाकुर ने कहा कि अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन सामाजिक न्याय और समानता सुनिश्चित करने और शोषण के खिलाफ लड़ने में बिताया। ठाकुर ने कहा, “वे आधुनिक भारत में सामाजिक न्याय के अग्रदूत थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन वंचित और शोषित समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष किया, अपनी आवाज उठाई और सुनिश्चित किया कि लोगों को उनके अधिकार मिलें।”
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