विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि सरकार बिजली मित्रों को आउटसोर्स करने की योजना बना रही है और इसे युवाओं के साथ विश्वासघात बताया है। ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार सत्ता में आने के बाद से ही ‘मित्र’ योजना चला रही है, जिसके तहत युवाओं को नाममात्र का मानदेय दिया जाता है।
ठाकुर ने आगे पूछा कि सरकार युवाओं को नियमित नौकरियाँ क्यों नहीं दे रही है, खासकर जब वह पाँच साल में पाँच लाख नौकरियाँ देने का वादा करके सत्ता में आई थी। आउटसोर्सिंग नौकरियों के पीछे सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए, ठाकुर ने आरोप लगाया कि एक गिरोह आउटसोर्स नौकरियों के नाम पर युवाओं से पैसे ऐंठ रहा है। ठाकुर ने आगे कहा कि उच्च न्यायालय ने भी समय-समय पर आउटसोर्सिंग एजेंटों की कार्यप्रणाली और इतिहास पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, “सरकार को ‘मित्र’ योजनाएँ बंद करनी चाहिए और युवाओं को स्थायी नौकरियाँ देनी चाहिए।”


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