विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने आज कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली राज्य सरकार जनविरोधी है और ऐसे समय में जब केंद्र सरकार ने आम लोगों को राहत देने के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती की है, वह सीमेंट पर गुप्त रूप से अतिरिक्त वस्तु कर बढ़ा रही है। उन्होंने यहाँ “अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार” विषय पर आयोजित एक संगोष्ठी में पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब केंद्र सरकार ने सीमेंट के दाम 40 रुपये कम किए, कांग्रेस सरकार ने इसके दाम 6 रुपये बढ़ा दिए। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के आपदा प्रभावित निवासियों को राहत प्रदान करने के लिए कांग्रेस सरकार को अतिरिक्त वस्तु कर वृद्धि को तुरंत वापस लेना चाहिए और मुख्यमंत्री को कर लगाकर सरकार चलाने के फार्मूले को समाप्त करना चाहिए।’’
ठाकुर ने कहा, “एक ओर जहाँ नरेंद्र मोदी सरकार देशवासियों को राहत देने के लिए प्रयासरत है, वहीं हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार कर लगाकर जनता को परेशान कर रही है। प्रधानमंत्री ने आम लोगों को करों में राहत देने के लिए अगली पीढ़ी का जीएसटी लागू किया है, लेकिन राज्य सरकार ने 15 सितंबर को हुई कैबिनेट बैठक में चुपके से अतिरिक्त वस्तु कर को बढ़ाकर 16 रुपये कर दिया, जिससे सीमेंट 6 रुपये प्रति बैग महंगा हो गया। इस फैसले को छुपाया गया और मीडिया को इसकी जानकारी नहीं दी गई, जिससे सरकार का जनविरोधी रुख उजागर हुआ।”
ठाकुर ने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान जिन वस्तुओं पर देश और राज्य की जनता को 30 प्रतिशत कर देना पड़ता था, अब उन पर मात्र 5 प्रतिशत कर लग रहा है। उन्होंने कहा, “यूपीए शासन के दौरान पेंट, डिटर्जेंट, शैम्पू, कॉफी, टूथपेस्ट, मिनरल वाटर और सौंदर्य प्रसाधन जैसी रोजमर्रा की वस्तुओं पर 30 प्रतिशत कर लगता था, लेकिन अगली पीढ़ी के जीएसटी के तहत अब इन पर केवल 5 प्रतिशत कर लग रहा है, जिससे लोगों को काफी राहत मिली है।”