नई दिल्ली, 20 जनवरी । अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से ठीक दो दिन पहले दक्षिणपंथी संगठन हिंदू सेना के सदस्यों ने शनिवार को दिल्ली के बंगाली मार्केट के पास बाबर रोड के साइन बोर्ड को बदलकर “अयोध्या मार्ग” कर दिया।
कार्यकर्ताओं ने उस पर “अयोध्या मार्ग” नाम वाला एक पोस्टर चिपका दिया, जिससे सड़क का नाम बदलने की मांग पर बहस की एक नई लहर छिड़ गई।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि उन्हें घटना के संबंध में कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है। हालांकि, नागरिक एजेंसियों ने खुलासा किया कि उन्होंने साइन बोर्ड से पोस्टर हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इससे पहले 8 जनवरी को हिंदू सेना ने नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) को एक पत्र सौंपकर औपचारिक रूप से बाबर रोड का नाम बदलकर अयोध्या मार्ग करने का अनुरोध किया था।
संगठन के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता के पत्र में मुगल सम्राट बाबर पर भारत के लोगों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया गया।
नगर निकाय को संबोधित पत्र में गुप्ता ने कहा था, “जिहादी बाबर ने भारत के लोगों पर अत्याचार किया और जबरन हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया, हमारे मठों और मंदिरों को ध्वस्त कर दिया और उन पर जबरन मस्जिदें बनाईं।”
संगठन ने कहा था, “वर्तमान सड़क का नाम बहुसंख्यकों की सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं के विपरीत कार्यों से जुड़े एक व्यक्ति का महिमामंडन करता है।”