जिला बार एसोसिएशन (डीबीए) हिसार ने 8 अप्रैल को भूमि पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान उकलाना में नायब तहसीलदार द्वारा एडवोकेट दुष्यंत नैन के साथ कथित दुर्व्यवहार के विरोध में एक दिवसीय हड़ताल की।
डीबीए अध्यक्ष संदीप बूरा ने कहा कि आज कोई भी वकील अदालत में पेश नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि नायब तहसीलदार ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और उनके कर्मचारियों ने कथित तौर पर वकील को कार्यालय से बाहर धकेल दिया, जो “अस्वीकार्य और निंदनीय” था। बूरा ने नायब तहसीलदार पर पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब वकील ने मांग को लिखित में देने पर जोर दिया, तो तनाव बढ़ गया, जिसके कारण कार्यालय में टकराव हुआ।
उन्होंने कहा कि वकीलों की गरिमा और सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता और यदि आवश्यक हुआ तो कठोर निर्णय लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गतिरोध को हल करने के लिए उन्हें जिला प्रशासन से कोई जवाब नहीं मिला है और उन्होंने कहा कि वे इस मामले को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के समक्ष उठाएंगे, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निर्धारित यात्रा से पहले अगले कुछ दिनों में हिसार का दौरा करने वाले हैं।
इस अवसर पर डीबीए सचिव समीर भाटिया, उपाध्यक्ष विकास पूनिया, संयुक्त सचिव सुनील भारद्वाज और कोषाध्यक्ष सुनील सहदेव सहित अन्य उपस्थित थे।