बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बुधवार को कार्यकर्ता दर्शन संवाद कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृहजिला नालंदा पहुंचे। यहां उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा, वहीं महागठबंधन की 17 महीने की सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि जब बिहार में उनकी सरकार थी, तब ऐतिहासिक कार्य प्रदेश में हुए।
नालंदा जिले में कार्यकर्ता दर्शन संवाद कार्यक्रम के लिए पहुंचे तेजस्वी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अब उम्रदराज हो चुके हैं और राज्य को सही तरीके से नहीं चला पा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार में विकास ठप हो चुका है, गरीबी, पलायन और महंगाई चरम पर है। स्मार्ट मीटर और जमीन सर्वेक्षण से लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के पास कोई कार्य करने की इच्छाशक्ति नहीं बची है।
उन्होंने सरकार की तुलना पुरानी हो चुकी गाड़ियों से करते हुए कहा कि सरकार 15 साल पुरानी गाड़ियों को चलाने की भी इजाजत नहीं देती। उन्होंने पेपर लीक के मसले पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब हमारी सरकार थी, तब किस परीक्षा का पेपर लीक नहीं हुआ था, लेकिन उसके बाद जितनी भी परीक्षाएं हुई, सभी के पेपर लीक होते रहे।
70वीं बीपीएससी परीक्षा रद्द करने और पुनर्परीक्षा लेने की मांग को तेजस्वी यादव ने अपना समर्थन देते हुए कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांगों के समर्थन में हमने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी थी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार बनी तो सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत विभिन्न प्रकार की पेंशन योजना की राशि 400 रुपए से बढ़ाकर डेढ़ हजार रुपए कर दी जाएगी, जबकि 200 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य की मुख्य समस्याओं को कैसे दूर किया जाए, इसकी जानकारी लेने के लिए ही वे घूम-घूमकर अपने कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कर रहे हैं और इसके बाद बताया जाएगा कि वे किस तरीके से बिहार को उन्नत प्रदेश बनाएंगे। कथित तौर पर अपराध की घटनाओं में वृद्धि को लेकर भी उन्होंने कहा कि बिहार कराह रहा है। लूटपाट, अपहरण, हत्या, बैंक डकैती, गैंगरेप और रेप जैसी घटनाएं लगातार हो रही हैं।