मुंबई, 13 दिसंबर ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ से जुड़े विधेयक के प्रारूप को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अब उसे जल्द ही संसद में पेश किया जाएगा। इस बारे में बात करते हुए भाजपा नेता और एमएलसी श्रीकांत भारतीय ने कहा कि ऐसा होने पर हिंदुस्तान में एक इतिहास बनेगा।
श्रीकांत भारतीय ने आईएएनएस से कहा, ”देश के लोकतांत्रिक इतिहास में सबसे बड़ी बात यह है कि विकास के संदर्भ में हमारे देश में हर छह महीने में कोई न कोई बड़ा चुनाव होता रहता है। हमारा देश इतना विशाल और विविध है कि यहां स्थानीय चुनावों से लेकर विधानसभा चुनाव और लोकसभा के चुनाव तक हर समय कुछ न कुछ चलता ही रहता है, कहीं न कहीं आचार संहिता लागू रहती है और इसकी वजह से विकास में बाधा आती रहती है। अगर ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ होता है तो मैं यह मानता हूं कि देश में विकास की गति तेज हो जाएगी।
”यदि वह लागू हो जाता है तो वह एक इतिहास बन जाएगा, जैसे राम मंदिर, अनुच्छेद 370 का हटना, नागरिकता संशोधन अधिनियम और समान नागरिक संहिता ने इतिहास रचा। यह देश के लिए और विशेष रूप से भारत के सवा सौ करोड़ लोगों के लिए अत्यंत आवश्यक है। “वन नेशन, वन इलेक्शन” कोई राजनीतिक विषय नहीं है, यह एक आम आदमी का मुद्दा है। मुझे पूरा विश्वास है कि जिस दिन यह पारित होगा, वह दिन भारतीय राजनीति में एक ऐतिहासिक पल बनेगा।”
संजय राउत के बारे में श्रीकांत भारतीय ने कहा, “संजय राउत के सपने में आता है वह बोल देते हैं। वह एक अच्छे नेता हैं। उन्हें इस तरह की छोटी बातें नहीं करनी चाहिए। संजय राउत जैसे आदमी को देश का इतिहास मालूम नहीं। उन्होंने हिंदुस्तान का अपमान किया है और सबसे बड़ी बात हिंदुस्तान को आजादी दिलाने वाले लोगों का भी अपमान किया है।”
महाराष्ट्र के परभणी की घटना पर उन्होंने कहा, ”मैं यह मानता हूं कि इस प्रकार की घटना पर राजनीति नहीं होना चाहिए। यदि आप एक गंभीर नेता हैं तो इस तरह की बयानबाजी करना गलत है और आप सबको मालूम है कि संविधान यह हम सबके लिए प्रमाण है हमारे लिए श्रद्धा की बात है। कहीं पर भी इसका अपमान होगा तो उसको सहन नहीं किया जा सकता।”
राहुल गांधी के बैंक के सवाल पर कहा, ”इंदिरा गांधी ने जब बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया तो एक उम्मीद जागी थी कि हिंदुस्तान के अंदर आम आदमी बैंकिंग से जुड़ेगा। लेकिन उसके बाद में कांग्रेस का नेतृत्व जिन लोगों के हाथों में गया उन्होंने उसे चीज को समझा ही नहीं। मोदी जी ने आम जनता को बैंकों से लाभ पहुंचाया। जो निर्मला सीतारमण ने कहा है वहां 100 फीसदी सही है। उन्होंने बैंकों का इस्तेमाल अपने कामों के लिए किया। मोदी जी ने बैंकों का उपयोग आम आदमी को सुविधाएं पहुंचने के लिए किया।”
‘इंडिया’ ब्लॉक पर बात करते हुए ममता का समर्थन करने वालों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, ”जो लोग बयान दे रहे हैं उनका जरा पुरना इतिहास ढूंढने की आवश्यकता है। एक जमाना था पवार साहब को लग रहा था कि वह गठबंधन के नेता बनने वाले हैं। एक समय था जब लालू प्रसाद को लग रहा था कि वह नेता बनने जा रहे हैं। अब ममता जी ने सपना देखना शुरू कर दिया है।”