अंबाला, 7 जुलाई हरियाणा सरकार पर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीएमसी) के चुनाव न कराकर सिख मतदाताओं के प्रति भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए सिख नेताओं ने राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की धमकी दी है।
सिख समाज संस्था के बैनर तले समुदाय के नेताओं ने सरकार से अनुरोध किया है कि वह राज्य और नगर निगम चुनावों से पहले एचएसजीएमसी चुनाव करवाए, अन्यथा परिणामों के लिए वह जिम्मेदार होगी।
संस्था के अध्यक्ष दीदार सिंह नलवी ने कहा, “एचएसजीएमसी की मनोनीत समिति का 18 महीने का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो गया, लेकिन सरकार ने अभी तक चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की है। हमें पता चला है कि सरकार नगर निगम चुनाव कराने की योजना बना रही है और फिर वह विधानसभा चुनावों में व्यस्त हो जाएगी, जो हरियाणा के सिखों को उनके पवित्र तीर्थस्थलों के प्रबंधन के लिए चुनावी अधिकारों से वंचित करने के समान है। एचएसजीएमसी चुनावों में और देरी स्वीकार्य नहीं है।”
उन्होंने कहा, “अगर सरकार की टालमटोल की नीति के कारण गुरुद्वारा चुनाव विधानसभा चुनाव के बाद कराए जाते हैं तो संस्था राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगी। हमारी मांग है कि चुनाव 14 अगस्त तक करवाए जाएं।”
सीएम को लिखे पत्र में संस्था ने मांग की है कि मनोनीत समिति को और विस्तार न दिया जाए और गुरुद्वारा चुनाव के लिए नियम बनाए जाएं। नलवी ने कहा, “हमने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए सरकार से बार-बार समय मांगा है, लेकिन वह सिख प्रतिनिधिमंडल को समय नहीं दे रही है। अगर हमारी शिकायत नहीं सुनी जाती है, तो संस्था समुदाय की बैठक बुलाएगी, 40 सदस्यों का पैनल बनाएगी और मनोनीत समिति से कार्यभार लेगी।”