पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज करनाल अनाज मंडी का दौरा किया और आरोप लगाया कि जिले में करोड़ों रुपये का धान खरीद घोटाला एक बार फिर सामने आया है। उन्होंने राज्य सरकार पर कथित अनियमितताओं में शामिल प्रभावशाली लोगों को बचाने का आरोप लगाया।
हुड्डा ने कहा, “इस बार भी धान खरीद के दौरान करनाल में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। लेकिन बड़े खिलाड़ियों पर कार्रवाई करने के बजाय, सरकार ने छोटे कर्मचारियों को निशाना बनाकर घोटाले को दबा दिया।” उन्होंने आगे कहा, “सच्चाई यह है कि यह घोटाला सिर्फ़ करनाल तक सीमित नहीं है – पूरे हरियाणा में सैकड़ों करोड़ रुपये के घोटाले हो रहे हैं।”
सवालों के जवाब में, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में राज्य में हज़ारों करोड़ रुपये के खनन, शराब और अन्य घोटाले हुए हैं। उन्होंने कहा, “इन घोटालों की जाँच के लिए एसआईटी गठित की गईं, लेकिन उनकी रिपोर्ट कभी सार्वजनिक नहीं की गईं।”
हुड्डा ने सरकार पर किसानों का शोषण करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “किसानों को एमएसपी से 500 से 800 रुपये कम दाम दिए जा रहे हैं। उनकी फसल खरीदने से बचने के लिए रोज़ नए बहाने बनाए जा रहे हैं, जिससे उन्हें औने-पौने दामों पर अपनी फसल बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा है। धान, बाजरा, कपास और मूंग जैसी फसलें एमएसपी से कम पर खरीदी जा रही हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि किसानों की शिकायतें सालों से एक जैसी ही हैं। उन्होंने कहा, “सरकार एमएसपी पर ख़रीद न करके किसानों को लूट रही है। हर ख़रीद सीज़न नए घोटाले और शोषण लेकर आता है।”
राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए हुड्डा ने कहा, “जब तक कानून-व्यवस्था में सुधार नहीं होगा, कोई भी राज्य प्रगति नहीं कर सकता। आज हरियाणा में लगभग 60 संगठित आपराधिक गिरोह सक्रिय हैं। कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। डर के कारण कोई भी हरियाणा में निवेश करने को तैयार नहीं है और यह बेरोजगारी का एक बड़ा कारण बन गया है।”

